बंगाल की खाड़ी के मध्य में हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात बन गया है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक, इस मौसम प्रणाली के बुधवार को कम दबाव के क्षेत्र में परिवर्तित होने की संभावना है। इसके साथ ही मानसून द्रोणिका के भी हिमालय की तलहटी से नीचे आने के आसार हैं। इस वजह से मध्य प्रदेश में एक बार फिर अच्छी बारिश का सिलसिला शुरू होने की उम्मीद है।
मध्य प्रदेश के 26 जिलों जबलपुर, कटनी, नरसिंहपुर, सिवनी, छिंदवाड़ा, बालाघाट, मंडला, डिंडौंरी, रीवा, सतना, सीधी, सिंगरौली, मऊगंज, मैहर, छतरपुर, दमोह, पन्ना, सागर, टीकमगढ़, निवाड़ी, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, हरदा, नर्मदापुरम और बैतूल में बारिश के आसार हैं।
शेष क्षेत्रों में हल्की बौछारें पड़ सकती हैं। मंगलवार को सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक उमरिया में 67, ग्वालियर में 16, सीधी में 11, रीवा में छह, सागर में पांच और पचमढ़ी एवं मलाजखंड में एक मिलीमीटर बारिश हुई।
यहां बन रहा है चक्रवात
मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक, मानसून द्रोणिका वर्तमान में भटिंडा, पटियाला, देहरादून से हिमालय की तलहटी के पास से होते हुए अरुणाचल प्रदेश तक बनी हुई है। उत्तर-पश्चिमी उत्तर प्रदेश पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है।
बंगाल की खाड़ी के मध्य में भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बन गया है। इसके प्रभाव से बुधवार को बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। उसके दो दिन में और गहराने के भी आसार हैं।
मालवा-निमाड़ में भी भारी बारिश के आसार
मौसम विशेषज्ञ अजय शुक्ला ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनते ही मानसून द्रोणिका भी नीचे आएगी। कम दबाव का क्षेत्र बंगाल की खाड़ी में दो दिन तक रहकर और शक्तिशाली होकर आगे बढ़ेगा। उसके प्रभाव से मध्य प्रदेश में अच्छी बारिश होने के आसार हैं। विशेषकर मालवा एवं निमाड़ क्षेत्र में भी भारी बारिश होने की उम्मीद है।
पिछले 24 घंटों के दौरान मंगलवार सुबह साढ़े आठ बजे तक नौगांव में 64.2, मंडला में 24.8, सिवनी में 9.8, पचमढ़ी में 7.2, रीवा में छह, रायसेन में 5.6 और दमोह में पांच मिमी. बारिश हुई।