बलरामपुर मूकबधिर रेप मामला: मुठभेड़ में दो आरोपी दबोचे, गोलीबारी में दरोगा घायल, अखिलेश यादव ने की थी ये मांग

उत्तर प्रदेश के बलरामपुर के थाना कोतवाली देहात क्षेत्र में सोमवार रात हुई सनसनीखेज दुष्कर्म की घटना में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए दो अभियुक्तों को मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार कर लिया है. इस मुठभेड़ में दारोगा अमित चौहान घायल हो गए, जिन्हें हाथ में चोट लगी है और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

यह घटना तब सामने आई जब एक 22 वर्षीय मंदबुद्धि और मूकबधिर युवती के साथ दुष्कर्म की वारदात हुई, जो डीएम, एसपी और जिला जज जैसे सीनियर अधिकारियों के आवास से महज 800 मीटर की दूरी पर हुई. जिसने जनपद में कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए.

क्या था पूरा मामला ?

जानकरी के मुताबिक  सोमवार रात करीब 8 बजे युवती अपनी ननिहाल से घर लौट रही थी, जो डीएम आवास के पास स्थित है. रास्ते में एक युवक ने उसे जबरन उठाकर सुनसान खेत की ओर ले गया और दुष्कर्म किया. युवती बोल या शोर मचा नहीं सकती थी, जिसका फायदा उठाकर आरोपी घटना के बाद फरार हो गया. परिजनों ने करीब एक घंटे तक उसकी तलाश की, जिसके बाद वह खेत में संदिग्ध हालत में मिली. उसे तत्काल जिला महिला अस्पताल ले जाया गया, जहां उसका इलाज जारी है. चिकित्सकों ने बताया कि युवती की हालत स्थिर है, लेकिन वह मानसिक रूप से आहत है.

सीसीटीवी फुटेज और सुरक्षा चूक

घटना का एक 14 सेकंड का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है, जिसमें युवती भागती हुई दिखाई दे रही है. यह वीडियो एसपी आवास के पास लगे कैमरे में कैद हुआ है. चौंकाने वाली बात यह है कि बहादुरपुर पुलिस चौकी, जो घटनास्थल से कुछ ही दूरी पर है. किसी भी पुलिसकर्मी को इस वारदात की भनक तक नहीं लगी. जिसने बड़ा सवाल खड़ा कर दिया. यही नहीं सोशल मीडिया पर लड़की के भागने का वीडियो वायरल हुआ तो योगी सरकार विपक्ष के निशाने पर आ गयी. सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने ट्वीट कर मामले में सख्त कार्रवाई की मांग की.

मुठभेड़ में दरोगा घायल

एसपी बलरामपुर के निर्देश पर अपर पुलिस अधीक्षक विशाल पाण्डेय ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने मौके का निरीक्षण किया और मामला दर्ज कर लिया गया. विशेष टीमों का गठन कर अभियुक्तों की तलाश शुरू की गई. बुधवार की सुबह हुई मुठभेड़ में दो अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया, लेकिन इस दौरान दारोगा अमित चौहान के हाथ में गोली लगने से वे घायल हो गए. घायल दारोगा को तत्काल अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है. पुलिस ने बताया कि मुठभेड़ में अभियुक्तों ने भी जवाबी फायरिंग की, जिसके बाद उन्हें दबोचा गया.

परिजनों का आरोप

उधर परिजनों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया है और कहा कि इतने संवेदनशील इलाके में इस तरह की घटना होना सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोलता है. उन्होंने मांग की है कि दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए.

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