केंद्र सरकार ने राज्य में डीएपी और यूरिया के 50-50 हजार टन अतिरिक्त आवंटन की मंजूरी दी है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की पहल पर केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने छत्तीसगढ़ के किसानों के लिए राहत दी है।
किसानों के हित में लिए गए इस महत्वपूर्ण फैसले के लिए मुख्यमंत्री साय ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय रासायन एवं उर्वरक मंत्री जेपी नड्डा का आभार जताया है। मुख्यमंत्री की पहल पर केंद्रीय मंत्री से दिल्ली में कृषि मंत्री रामविचार नेताम के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ के सांसदों ने मुलाकात कर छत्तीसगढ़ राज्य को यूरिया और डीएपी खाद की आपूर्ति के संबंध में चर्चा की।
केंद्रीय मंत्री ने दिया अधिकारियों को निर्देश
कृषि मंत्री नेताम और सांसदों ने राज्य के किसानों को खरीफ सीजन में रोपा-ब्यासी के समय पड़ने वाले खाद की अतिरिक्त आवश्यकता की जानकारी देते हुए उनसे खरीफ सीजन के लिए छत्तीसगढ़ को निर्धारित सप्लाई प्लान के अतिरिक्त 50-50 हजार टन यूरिया और डीएपी खाद आवंटित किए जाने का आग्रह किया है। केन्द्रीय मंत्री नड्डा ने इस पर छत्तीसगढ़ को अतिरिक्त खाद उपलब्ध कराने उर्वरक मंत्रालय अधिकारियों को निर्देशित किया।
मंत्री नेताम ने छत्तीसगढ़ में यूरिया और डीएपी खाद की आपूर्ति की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ के किसान मुख्य रूप से धान की फसल लेते हैं। खरीफ सीजन में किसान अगस्त-सितंबर माह में रोपा-बियासी का कार्य करते हैं। वर्तमान में रोपा-बियासी का काम तेजी से चल रहा है। इस समय धान के पौधों को तेजी से बढ़वार और बेहतर उत्पादन के मद्देनजर किसानों को इस समय ज्यादा फोस्फेटिक खाद की जरूरत पड़ती है।
अब तक इतनी आई डीएपी और यूरिया
नेताम ने नड्डा को बताया कि जुलाई तक राज्य को 5.99 लाख टन यूरिया और 2.68 लाख टन डीएपी की आपूर्ति तय थी, जबकि प्राप्ति क्रमशः 4.63 लाख और 1.61 लाख टन रही। अगस्त माह के लिए 57,600 टन यूरिया और 36,850 टन डीएपी का प्लान है, जबकि मांग इससे कहीं अधिक है।
नड्डा ने सांसदों और मंत्री की मांग पर अधिकारियों को अतिरिक्त खाद उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। खरीफ सीजन के इस समय किसानों को विशेष रूप से फास्फेटिक खाद की अधिक आवश्यकता होती है, ताकि पौधों की बढ़वार और उत्पादन में सुधार हो सके।
खरीफ सीजन में खाद भंडारण एवं वितरण कृषि विभाग के अधिकारियों ने बताया कि खरीफ वर्ष 2025 में केंद्र सरकार द्वारा उर्वरक यूरिया 7 लाख 12 हजार टन, डीएपी 3 लाख 10 हजार टन तथा एमओपी 60 हजार टन का लक्ष्य प्राप्त हुआ है। इसके विरुद्ध 11 अगस्त तक छह लाख 72 हजार टन यूरिया, दो लाख 14 हजार टन डीएपी तथा 80 हजार टन एमओपी का भंडारण किया गया है।
नड्डा से मुलाकात के दौरान कृषि मंत्री नेताम और लोकसभा सांसद संतोष पाण्डेय, विजय बघेल, कमलेश जांगड़े और रूपकुमारी चौधरी, राज्यसभा सदस्य देवेन्द्र बहादुर सिंह, छत्तीसगढ़ मार्कफेड की प्रबंध संचालक किरण कौशल सहित अन्य मौजूद रहे।