बलरामपुर जिला अस्पताल में गुंडागर्दी! पुलिस आरक्षक और गार्ड पर हमला

बलरामपुर : अस्पताल बलरामपुर में ड्यूटी कर रहे एक पुलिस आरक्षक और अस्पताल कर्मी के साथ गाली-गलौज, मारपीट और मोबाइल लूट की घटना ने अस्पताल परिसर की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं.यह घटना 10 अगस्त की रात को लगभग 11 बजे घटी, जब नशे की हालत में कुछ लोगों ने अस्पताल में हंगामा किया और ड्यूटी पर तैनात कर्मियों पर हमला कर दिया.

 

 

पुलिस सहायता केंद्र जिला अस्पताल में तैनात आरक्षक को ड्रेसर पंकज ठाकुर ने सूचना दी कि एक व्यक्ति नशे में धुत होकर स्टाफ नर्स व वार्ड बॉय के साथ गाली-गलौज कर रहा है। इस पर आरक्षक मौके पर पहुंचा और आरोपी को समझा-बुझाकर घर भेज दिया.आरोपी की पहचान दिलसाय सोनवानी (26) निवासी ग्राम ओबरी के रूप में हुई.

 

 

हालांकि, कुछ ही देर बाद दिलसाय अपने अन्य तीन साथियों — राम सोनवानी (46), सुखसेन सोनवानी (19) और अमसिया सोनवानी — के साथ फिर अस्पताल परिसर में पहुंचा और पुनः गाली-गलौज करने लगा.जब मौके पर मौजूद आरक्षक ने उन्हें रोकने की कोशिश की, तो आरोपियों ने डंडों और मुक्कों से पुलिस आरक्षक और सुरक्षा गार्ड महेश सिंह के साथ मारपीट की.झड़प के दौरान आरक्षक का मोबाइल फोन भी आरोपियों ने छीन लिया.

 

 

घटना की सूचना मिलते ही कोतवाली पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची.घायलों को अस्पताल में प्राथमिक उपचार दिलाया गया.मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने तत्काल अपराध क्रमांक 110/2025 के अंतर्गत भारतीय न्यय संहिता (BNS) की धाराएं — 309(6), 296, 351(3), 115, 221, 121(1), 132, 3(5) — के तहत प्रकरण दर्ज किया.

 

तकनीकी साक्ष्य और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने 12 अगस्त को चारों आरोपियों को उनके निवास ग्राम ओबरी से गिरफ्तार कर लिया.उन्हें न्यायालय में प्रस्तुत किया गया, जहाँ से उन्हें जेल भेज दिया गया है.

 

 

पुलिस प्रशासन ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए स्पष्ट किया है कि शासकीय कार्य में बाधा डालने, मारपीट करने तथा अस्पताल जैसी संवेदनशील जगह पर उपद्रव फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी.ऐसे किसी भी कृत्य को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.

 

पुलिस और अस्पताल प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे अस्पताल जैसी सार्वजनिक सेवाओं में अनुशासन और सहयोग बनाए रखें.किसी भी प्रकार की अव्यवस्था या अवैध गतिविधि की सूचना तुरंत संबंधित अधिकारियों को दें, ताकि समय पर कार्रवाई की जा सके.

 

 

 

 

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