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Bihar: विशेष सर्वेक्षण कर्मियों की पाँच सूत्री माँगें, काला पट्टी लगाकर विरोध तेज

जमुई : भू-अभिलेख एवं परिमाप विभाग, बिहार के विशेष सर्वेक्षण कर्मियों ने स्थायीकरण और सेवा शर्तों में सुधार की पाँच सूत्री माँग को लेकर विभाग को पत्र सौंपा है. पिछले तीन दिनों से सभी कर्मी काला पट्टी लगाकर कार्य करते हुए विरोध दर्ज करा रहे हैं.बुधवार को जमुई प्रखंड के पंचायत भवन गरसंडा में संविदा कर्मियों व पदाधिकारियों ने काली पट्टी बाँधकर प्रदर्शन किया. यह आंदोलन विशेष सर्वेक्षण संविदा कर्मी एवं अभियंता संघ, पटना के आह्वान पर किया गया। कर्मियों ने चेतावनी दी कि यदि 14 अगस्त तक उनकी माँगें नहीं मानी गईं, तो 16 अगस्त से पटना के गांधी मैदान में अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू होगी, जिससे राज्य के महत्वपूर्ण भूमि सर्वेक्षण कार्य और राजस्व महाअभियान प्रभावित हो सकता है.

कानूनगो सोनू कुमार, प्रवक्ता कौशल किशोर और अमीन ब्यूटी ने कहा कि वे पाँच वर्षों से पूरी मेहनत और निष्ठा के साथ कार्य कर रहे हैं, लेकिन सरकार उनके भविष्य को लेकर गंभीर नहीं है. वर्ष 2023 में विभाग और संघ के बीच हुई सहमति के बावजूद अब तक आदेश जारी नहीं हुआ.मुख्य माँगों में सेवा का नियमितीकरण या 60 वर्ष तक स्थायीकरण, नियमित नियुक्ति में अनुभव के प्रत्येक वर्ष पर 5 अंक की अधिमानता, कार्य के अनुरूप वेतनमान, 07 जून 2022 और 21 जनवरी 2023 की सहमति के आधार पर आदेश जारी करना, तथा सभी कर्मियों को ESIC कार्ड और EPFO में सरकारी अंशदान शामिल है.

संयोजक रौशन आरा ने कहा कि विशेष सर्वेक्षण सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी, कानूनगो, अमीन और लिपिक राज्य की महत्वपूर्ण योजनाओं को पूरा कर रहे हैं, लेकिन उनकी सेवाएँ अब भी अस्थायी हैं. संघ ने स्पष्ट किया कि इस बार यदि माँगें पूरी नहीं हुईं, तो महाअभियान का बहिष्कार कर अनिश्चितकालीन धरना-सत्याग्रह किया जाएगा.मौके पर निखिल कुमार, कुन्दन, आयुष कुमार, विकास कुमार, सौरभ कुमार, मनीषा, रविकांत, दीपक, संजीव, अर्चना, सोनम, दीप्ति समेत कई विशेष सर्वेक्षण अमीन उपस्थित थे.

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