Bihar: औरंगाबाद सदर अस्पताल का पहला मामला: महिला चिकित्सक ने लिवर सिरोसिस मरीज के पेट से निकाला गंदा पानी

औरंगाबाद: रेफर अस्पताल के नाम से विख्यात सदर अस्पताल में पदस्थापित महिला चिकित्सक डॉक्टर देवाश्री सिंह एक बार फिर अपने चिकित्सीय सेवा के कारण चर्चे में हैं. गुरुवार के अपराह्न उन्होंने लिवर सिरोसिस की एक महिला मरीज के पेट से गंदा पानी निकालकर उन्हें कष्ट से राहत प्रदान की है.यह मामला सदर अस्पताल का पहला मामला हैं और पहले मामले को भी महिला चिकित्सक ने सफलतापूर्वक संपन्न किया। महिला चिकित्सक श्रीमती सिंह के द्वारा पानी निकाले जाने के बाद महिला मरीज काफी राहत महसूस कर रही हैं और उसने और उसके परिवार वालों ने उनके प्रति आभार व्यक्त किया हैं। महिला के पति रिसियप के लक्ष्मण राम ने बताया कि उनकी पत्नी गीता देवी की तबियत पिछले दो साल से खराब है.

वह लिवर सिरोसिस के साथ साथ हाई ब्लड शुगर, किडनी एवं खून की कमी की समस्या से जूझ रही है. इसके लिए उन्होंने अपनी पत्नी का इलाज गया, पटना, लखनऊ और कोलकाता तक में कराया। इस दौरान इलाज करते करते वे आर्थिक रूप से टूट गए। अब उनका सब्र जवाब दे गया था।क्योंकि खर्च लाखों हो गए थे.अंत में चिकित्सकों ने उनकी पत्नी को घर ले जाकर सेवा करने की सलाह दी. लेकिन दो दिन पूर्व ही पत्नी की तबियत बेहद खराब हो गई. जिसके बाद इनको लेकर सदर अस्पताल लाया। जहां महिला चिकित्सक डॉ देवाश्री सिंह को रिपोर्ट दिखाया और उन्होंने वास्तविकता से अवगत कराते हुए पेट में जमा गंदा पानी निकालने की सलाह दी.लेकिन अब आर्थिक स्थिति ऐसी नहीं थी कि इन्हें लेकर कही बाहर जा सकू.

डॉक्टर देवाश्री ने परिस्थिति को भांपते हुए कहा कि कही बाहर जाकर पैसे खर्च करने की जरूरत नहीं है इनके पेट में जमा गंदा पानी को सदर अस्पताल में ही मेरे द्वारा निकाल दिया जाएगा.  आज उनके द्वारा पेट से इंजेक्ट कर चार बोतल पानी निकालकर महिला मरीज को राहत प्रदान की गई है. अब वे काफी आराम महसूस कर रही हैं.लक्ष्मण ने बताया कि उन्हें तो पहले यह विश्वास नहीं हुआ कि शहर के सरकारी अस्पताल में ऐसा हो सकता हैं. लेकिनशील चिकित्सक की स्किल देखकर वे बेहद प्रभावित हुए और सरकारी अस्पताल के प्रति उनका विश्वास बढ़ गया.

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