आदिवासी बहुल डिंडौरी जिले में बदहाल शिक्षा व्यवस्था को लेकर छात्रों और ग्रामीणों का गुस्सा उबाल पर है। गुरुवार सुबह बीईओ कार्यालय डिंडौरी के पास स्थित छात्रावास की छात्राएं नई अधीक्षिका की नियुक्ति रद्द कर पुरानी अधीक्षिका की बहाली की मांग लेकर कलेक्टर बंगले के सामने धरने पर बैठ गईं। सूचना मिलते ही सहायक आयुक्त जनजाति कार्य विभाग राजेंद्र कुमार जाटव मौके पर पहुंचे और छात्राओं को उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया। इसके बाद छात्राएं वापस लौट गईं।
ग्रामीणों ने डिंडौरी-अमरपुर मार्ग किया जाम
ग्राम निगवानी में जर्जर स्कूल भवन को लेकर ग्रामीण सुबह करीब 10 बजे सड़क पर बैठ गए और डिंडौरी-अमरपुर मार्ग जाम कर दिया। ग्रामीणों का कहना था कि प्राइमरी स्कूल के दोनों कक्ष खस्ताहाल हो चुके हैं, छत से प्लास्टर गिर रहा है और बारिश में पानी टपकता है।
बीआरसी अरुण चौबे और कोतवाली प्रभारी दुर्गा प्रसाद नगपुरे ने मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे नए भवन के निर्माण की मांग पर अड़े रहे। बीआरसी ने विधिवत आवेदन देने का आग्रह किया, जिसके बाद सुबह 11:30 बजे जाम समाप्त हो गया।