औरंगाबाद: सदर अस्पताल के उपाधीक्षक बने डॉ. अरविंद कुमार सिंह, एसीएमओ का भी मिला प्रभार…डॉ. सुरेंद्र को किया गया प्रभार मुक्त

औरंगाबाद: सदर अस्पताल के उपाधीक्षक पद को लेकर पिछले आठ महीने से चली आ रही विवाद का गुरुवार को पटाक्षेप हो गया. असैनिक शैल्य मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ भोला भाई के कार्यालय से निकले आदेश और उक्त आदेश का जिलाधिकारी से प्राप्त अनुमोदन के अनुसार सदर अस्पताल के उपाधीक्षक पद से सुरेंद्र कुमार सिंह को तत्काल प्रभाव से मुक्त कर दिया गया है. पत्र के अनुसार, यह जिम्मेवारी रफीगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी अरविंद कुमार सिंह को सौंपी गई है.

सिविल सर्जन कार्यालय से प्रेषित आदेश में यह बताया गया है कि बेहतर चिकित्सीय व्यवस्था एवं जनहित को दृष्टिगत रखते हुए डॉक्टर अरविंद कुमार सिंह प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रफीगंज को तत्काल प्रभाव से अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी औरंगाबाद के दैनिक कार्यों का प्रभार एवं उपाधीक्षक सदर अस्पताल औरंगाबाद का कार्यभार दिया जाता है.

डॉक्टर सुरेंद्र कुमार सिंह चिकित्सा पदाधिकारी सदर अस्पताल औरंगाबाद को उपाधीक्षक के पद से तत्काल प्रभाव से मुक्त किया जाता है. संबंधित चिकित्सा पदाधिकारी को निर्देशित किया जाता है कि पत्र प्राप्ति के 24 घंटे के अंदर अपने जिम्मे के प्रभाव का आदान-प्रदान कर लेंगे. इसकी प्रतिलिपि अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य विभाग बिहार पटना, जिला पदाधिकारी औरंगाबाद, क्षेत्रीय अपर निदेशक स्वास्थ्य सेवाएं मगध प्रमंडल गया, अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी औरंगाबाद, उपाधीक्षक सदर अस्पताल एवं प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रफीगंज डॉक्टर अरविंद कुमार सिंह को भेजी गई है.

गौरतलब है कि जबसे डॉक्टर सिंह ने सदर अस्पताल का प्रभार ग्रहण किया था, तब से चिकित्सकों एवं कर्मियों के साथ इनका सामंजस्य सही नहीं रहा. लगातार सदर अस्पताल के विवाद को जिला पदाधिकारी के द्वारा सलटाया जाता रहा. ऐसी स्थिति में सदर अस्पताल की चिकित्सीय सेवा भी प्रभावित हुई और सदर अस्पताल कई बार हंगामे का गवाह भी बना.

कुछ दिन पूर्व एक पोस्टमार्टम को लेकर सदर अस्पताल के चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर अभिषेक कुमार सिंह के साथ भी इनकी झड़प चर्चे में रही और तबसे मामले ने काफी तूल पकड़ लिया और इनकी उल्टी गिनती शुरू हो गई. सदर अस्पताल से नव पदस्थापित हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉक्टर गौतम प्रसाद निराला का इस्तीफा भी इनके व्यवहार का कारण माना जा रहा है.

इतना ही नहीं इनके साथ इनको सहयोग देने वाले हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. विकास कुमार सिंह के भी दो माह पूर्व इस्तीफा भी इनके अपरिपक्व व्यवहार का उदाहरण रहा. हालांकि जिलाधिकारी की पहल पर उनका इस्तीफा वापस हुआ और वे सदर अस्पताल को छोड़कर नौगढ़ स्वास्थ्य केंद्र में अपनी सेवा दे रहे हैं. डॉक्टर सिंह के उपाधीक्षक पद से मुक्त होने के सूचना मिलने के बाद सदर अस्पताल के चिकित्सकों एवं कर्मियों में खुशी का माहौल देखा जा रहा है.

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