79वें स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित करते हुए भारत को आत्मनिर्भर बनाने पर जोर दिया. इस दौरान उन्होंने सेमीकंडक्टर उद्योग का जिक्र करते हुए पिछली सरकारों पर निशाना साधा.
पीएम मोदी ने कहा कि वह किसी सरकार की आलोचना नहीं कर रहे, लेकिन युवाओं को यह जानना जरूरी है कि 50-60 साल पहले ही सेमीकंडक्टर से जुड़ी फाइलें और फैक्ट्रियों का विचार शुरू हुआ था, जो “अटक गईं, लटक गईं और भटक गईं पर ही रह गया”.
उन्होंने दुख जताते हुए कहा कि उस समय इस महत्वपूर्ण विचार की “भ्रूण हत्या हो गई” और देश ने 50-60 साल गंवा दिए, जबकि कई अन्य देशों ने इस क्षेत्र में महारत हासिल कर ली. उन्होंने कहा कि अब उनकी सरकार इस पुराने बोझ से मुक्त होकर मिशन मोड में सेमीकंडक्टर के काम को आगे बढ़ा रही है.
50-60 साल गंवा दिए- पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा, “50-60 साल पहले सेमीकंडक्टर पर फाइलें चली थीं. फैक्ट्री का विचार भी आया था. लेकिन वे फाइलें अटक गईं, लटक गईं और भटक गईं. विचार की भ्रूण हत्या हो गई और देश ने 50-60 साल गंवा दिए.” उन्होंने कहा कि जब भारत चुप था, तब कई देशों ने सेमीकंडक्टर क्षेत्र में महारत हासिल की और आज पूरी दुनिया पर तकनीकी ताकत के बल पर अपनी पकड़ बना ली.
प्रधानमंत्री ने युवाओं को संदेश देते हुए कहा, ‘आज हम उस बोझ से मुक्त होकर मिशन मोड में सेमीकंडक्टर के काम को आगे बढ़ा रहे हैं. 6 अलग-अलग सेमीकंडक्टर की यूनिट्स जमीन पर उतर रहे हैं और 4 नए यूनिट्स को हमने पहले ही ग्रीन सिग्नल दे दिया है. देशवासियों, खासकर मेरे नौजवानों और विश्वभर में भारत की टेक्नोलॉजी की ताकत को समझने वाले लोगों को भी कहना चाहूंगा कि इसी वर्ष के अंत तक मेड इंडिया, भारत की बनी हुई, भारत में बनी हुई, भारत के लोगों द्वारा बनी , मेड इन इंडिया चिप्स बाजार में आ जाएगी.’ प्रधानमंत्री द्वारा की गई यह घोषणा भारत की तकनीकी प्रगति और आत्मनिर्भरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.