समाजवादी पार्टी (सपा) से निष्कासित विधायक पूजा पाल को लेकर सपा महासचिव शिवपाल सिंह यादव ने एक बड़ा बयान दिया है. 15 अगस्त को इटावा पहुंचे शिवपाल ने कहा कि पूजा पाल का हश्र भाजपा के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य जैसा होगा और वह अब कभी विधायक नहीं बन पाएंगी. यह बयान ऐसे समय आया है, जब सपा ने हाल ही में पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में पूजा पाल को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया है.
आपको बता दें कि पूजा पाल पूर्व विधायक राजू पाल की पत्नी हैं, जिनकी 2005 में हत्या कर दी गई थी. राजू पाल की हत्या के बाद, पूजा पाल ने राजनीति में कदम रखा और बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ा. बाद में वह सपा में शामिल हो गईं और 2022 के विधानसभा चुनाव में चायल सीट से विधायक चुनी गईं. पिछले कुछ समय से वह पार्टी लाइन से अलग बयान दे रही थीं, जिसके चलते उन्हें सपा से बाहर कर दिया गया.
शिवपाल यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और भाजपा सरकार पर भी जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अनाप-शनाप और झूठी बातें करते हैं. भाजपा ने पिछले आठ साल में एक भी वादा पूरा नहीं किया है. उन्होंने किसानों, बिजली की समस्या, भ्रष्टाचार और बेरोजगारी के मुद्दे पर सरकार को घेरा. शिवपाल ने कहा कि प्रदेश नौकरशाही के भरोसे छोड़ दिया गया है.
उन्होंने विधान सभा सत्र को लेकर भी सरकार पर निशाना साधा. शिवपाल ने कहा कि सरकार साल में 45 बैठकें नहीं कराती, बल्कि सिर्फ 4 दिन के सत्र में रटे-रटाए भाषण दोहराती है. लखनऊ की सड़कों की दुर्दशा पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि दो दिन की बारिश में स्मार्ट सिटी की पोल खुल गई, तो सोचिए पूरे प्रदेश का क्या हाल होगा.
सपा से निकाले जाने पर पूजा पाल का रिएक्शन
समाजवादी पार्टी से निकाले जाने के बाद विधायक पूजा पाल ने अखिलेश यादव के PDA (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) नारे पर सवाल उठाए और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जमकर तारीफ की. पूजा पाल ने कहा, “मैं सिर्फ एक विधायक नहीं, बल्कि हजारों पीड़ित महिलाओं की आवाज भी हूं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज में कई पीड़ित परिवारों को न्याय दिलाया है. मैं जब पार्टी में थी, तब भी यही कहती थी कि उन्होंने पीड़ितों को न्याय दिलाया है. जो सही होगा, उसे सही ही बोला जाएगा.”
पूजा पाल ने अपनी निजी जिंदगी का जिक्र करते हुए कहा, “राजनीति मैंने बाद में शुरू की. विधायक मैं बाद में बनी. पहले मैं एक पीड़ित महिला थी, एक पीड़ित पत्नी थी. मेरे पति राजू पाल की दिनदहाड़े हत्या कर दी गई थी. मेरी शादी को सिर्फ नौ दिन हुए थे. उस मुश्किल वक्त में मैंने घर से बाहर निकलकर न्याय की लड़ाई लड़ी.”
उन्होंने सीएम योगी की तारीफ करते हुए कहा, “जिस दिन से मुख्यमंत्री योगी ने अतीक अहमद को मिट्टी में मिलाया, उसी दिन से मैं उनकी तारीफ कर रही हूं. विधानसभा में मुझे लगा कि यह धन्यवाद देने का अच्छा मौका था.”
अखिलेश यादव पर सीधा हमला बोलते हुए पूजा पाल ने कहा, “ये (अखिलेश यादव) PDA की बात करते हैं. मैं भी तो पिछड़ी जाति की हूं. मैं एक परेशान महिला थी. मेरे पति की हत्या हुई. PDA का नारा देने वाले अखिलेश यादव ने साबित कर दिया है कि वे PDA के खिलाफ थे, हैं और रहेंगे.”