जबलपुर : खितौला स्थित इसाफ स्मॉल फाइनेंस बैंक में हुई 14 करोड़ रुपये के सोने और 5 लाख रुपये नकद की सनसनीखेज डकैती के बाद, पुलिस की जांच अब उत्तर प्रदेश और बिहार की सीमाओं तक पहुंच गई है.जांच अधिकारियों का मानना है कि वारदात को अंजाम देने के बाद डकैत संभवतः उत्तर प्रदेश की ओर भागे हैं.डकैती का मास्टरमाइंड बताया जा रहा रईस भी लापता है, पुलिस रईस तक पहुंचने के लिये उसके परीजनों को थाने बुलाकर लम्बी पूछताछ कर रही है.

डकैतों की गिरफ्तारी के लिए जबलपुर पुलिस की करीब 8 टीमें लगातार छानबीन कर रही हैं.पहले पुलिस कप्तान सम्पत उपाध्याय ने आरोपियों पर 10 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था, जिसे आईजी प्रमोद वर्मा ने बढ़ाकर 30 हजार रुपये कर दिया है.गौरतलब है कि 11 अगस्त की सुबह करीब 9:15 बजे, 5 नकाबपोश डकैत बंदूक की नोक पर बैंक में घुसे और महज कुछ मिनटों में करीब 14 करोड़ का सोना और 5 लाख रुपये नकदी लूटकर फरार हो गए। यह डकैती दिनदहाड़े हुई, जिसने पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी.

तकनीक का इस्तेमाल-
डकैती के बाद पुलिस ने साइबर सेल की मदद से खितौला और आसपास के इलाकों में सुबह 8 बजे से दोपहर 12 बजे तक सक्रिय रहे सभी मोबाइल नंबरों की कॉल डिटेल्स खंगालना शुरू कर दिया है.इसका उद्देश्य वारदात के समय संदिग्ध मोबाइल गतिविधियों को ट्रैक करना है.

पुलिस टीम ने नेशनल ऑटोमेटेड फिंगरप्रिंट आइडेंटिफिकेशन सिस्टम (नेफिस) को भी जांच में शामिल किया है.यह सिस्टम राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो द्वारा संचालित है और पहले भी कई मामलों में सफलता दिला चुका है.पुलिस को उम्मीद है कि फिंगरप्रिंट मिलान से आरोपियों की पहचान में मदद मिलेगी.
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