मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले में डकैती लूट चोरी और हत्याएं का सिलसिला लगातार जारी है जहां बेख़ौफ बदमाश खुलेआम वारदात को अंजाम देते नजर आ रहे हैं. दिनदहाड़े हो रही वारदात से अब जबलपुर शहर में दहशत का माहौल बना हुआ है जहां पुलिस के अधिकारियों को इन अपराध से कोई फर्क नहीं पड़ता है जबलपुर में लगातार हो रही घटनाओं से पुलिस की कार्यवाही पर भी सवाल उठ रहे हैं,
वहीं दूसरी ओर कुख्यात बदमाशों के बीच गैंगबार की घटना सामने आई है जिसमें एक कुख्यात बदमाश की बेरहमी से हत्या कर दी गई वही एक गंभीर रूप से घायल हुआ है इस घटना से पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल बना हुआ है.
जानते हैं क्या है पूरा मामला,
जबलपुर दो पक्षों में चली आ रही पुरानी रंजिश ने शुक्रवार की रात हिंसक रूप ले लिया और इलाके के कुख्यात बदमाश रूपेंद्र साहू की बेरहमी से हत्या कर दी गई.
हत्या की यह सनसनीखेज वारदात खमरिया थाना इलाके के रिठौरी ग्राम में हुई है। बताया जा रहा है कि पनागर थाना क्षेत्र के मझगवां गांव में रहने वाला रूपेंद्र साहू अपनी कार से रिठौरी से होते हुए जा रहा था इसी बीच आधा दर्जन बदमाशों ने बीच सड़क पर गाड़ी रोकी और उस पर दनादन फायरिंग करने के साथ ही तलवार से हमला कर दिया, इस हमले में रूपेंद्र साहू ने मौके पर ही दम तोड़ दिया.
कुख्यात बदमाश रूपेंद्र साहू की मौत
पनागर निवासी रूपेंद्र साहू आदतन अपराधी था. उसके खिलाफ अवैध वसूली, हत्या के प्रयास और रुपयों के लिए लोगों को धमकाने सहित अन्य मामलों में 28 अपराध दर्ज थे। उसका रिठौरी, मझगवां, तिलगवां और वर्धा घाट तक आतंक था। रूपेंद्र साहू और उसके दोस्त सतीश कुशवाहा, जित्तू बंजारा एवं दो अन्य ने ग्राम रिठौरी निवासी लक्ष्मण बंजारा पर सितंबर 2024 में हमला किया था। तभी से बंजारा परिवार रूपेंद्र को ठिकाने लगाने की फिराक में था.
आरोपी गंभीर रूप से घायल
आरोपी लक्ष्मण बंजारा ने 11 माह बाद बदला लिया है दरअसल, सितंबर 2024 में लक्ष्मण बंजारा पर रूपेंद्र साहू और उसके साथियों ने चाकू से हमला किया था। लक्ष्मण प्रतिदिन की तरह अपनी मोटरसाइकिल से दूध बांटकर भैसों के लिए दान खरीदने रांझी चुंगी नाका पर रुका, तभी एक कार आकर रुकी, जिसमें रूपेंद्र साहू, सतीश कुशवाहा, जित्तू बंजारा एवं उसके दो साथी सवार थे। कार से उतरते ही बदमाशों ने लक्ष्मण को घेर लिया और चाकू से गंभीर रूप से घायल कर फरार हो गए। घटना के बाद से पुलिस हमलावरों को लगातार तलाश रही थी। इस बीच सभी ने जिला छोड़ दिया था.
बेख़ौफ बदमाश की दहशत
आठ माह पहले रूपेंद्र साहू के गुर्गों ने अवैध वसूली के लिए खमरिया शराब दुकान पर फायरिंग की थी। इस घटना में दुकान में बैठा कर्मचारी बाल-बाल बच गया था। पुलिस ने दुकान संचालक की शिकायत पर रूपेंद्र साहू और उसके गुर्गों की तलाश शुरू कर दी. पुलिस जांच में सामने आया कि रूपेंद्र के शॉर्प शूटर आकाश बग्गा ने फायरिंग की थी। पुलिस को जानकारी मिली कि रूपेंद्र सिहोरा के एक खेत में छिपा है, लेकिन पुलिस के पहुंचने से पहले ही वह भागने में सफल हो गया। बाद में पुलिस ने उसे दिल्ली के जनकपुरी इलाके के एक होटल से गिरफ्तार किया.
कुख्यात बदमाशों के बीच खूनी संघर्ष,
मृतक रूपेंद्र साहू के परिजनों के मुताबिक इस हत्याकांड को देवा रजक, संदीप रजक और उसके पिता ने लक्ष्मण बंजारा, अजय बंजारा, गोपाल बंजारा और एक युवक की मदद से अंजाम दिया है। हाथों में पिस्तौल और तलवार लेकर सभी आरोपी रूपेंद्र साहू पर टूट पड़े जिससे उसे बचने का भी मौका नहीं मिला। इस हमले में हमलावर पक्ष के एक युवक को भी गंभीर चोटें आई हैं.
गैंगवार से क्षेत्र में दहशत,
ऐसा माना जा रहा है कि दोनों तरफ से एक दूसरे पर हमला किया गया जिसमें रूपेंद्र साहू ने मौके पर ही दम तोड़ दिया जबकि दूसरे पक्ष के एक युवक को गंभीर चोटें आने पर उसे इलाज के लिए मेडिकल कॉलेजेस अस्पताल में दाखिल कराया गया है। बताया जा रहा है कि दोनों पक्षों के बीच लंबे समय से रंजिश चली आ रही थी और इसी ने बीती रात खूनी रूप ले लिया.
हत्या से फैली सनसनी,मौके पर पहुंची पुलिस,
हत्याकांड की इस वारदात के बाद रिठौरी और आसपास के इलाकों में सनसनी मची हुई है. घटना की जानकारी लगने के बाद मौके पर पहुंची खमरिया थाना पुलिस ने दोनों पक्षों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के साथ ही आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। फिलहाल परिजनों के बयानों के आधार पर हत्याकांड को अंजाम देने वालों की तलाश तेज कर दी गई है.
मृतक कुख्यात बदमाश पर मामले थे दर्ज
रूपेंद्र साहू पर हत्या के प्रयास, लूट, मारपीट और अवैध हथियार रखने सहित 28 आपराधिक मामले दर्ज हैं। उसने एक गैंग बना लिया था, जिसमें 20 से 25 साल के लड़के शामिल हैं. गैंग के सदस्यों को अपराध करने के लिए पैसों का लालच देता था. बढ़ती गतिविधि को देखते हुए पुलिस रूपेंद्र के खिलाफ जिला बदर की कार्रवाई करने की तैयारी कर रही थी.