बारां: जिले की अंता विधानसभा सीट पर उप चुनाव की सरगर्मियां शुरू हो गई हैं. कांग्रेस और भाजपा, दोनों ही खेमों में संभावित प्रत्याशियों की चर्चा तेज हो गई है. कांग्रेस खेमे में पूर्व मंत्री प्रमोद भाया का नाम लगभग तय माना जा रहा है. सूत्रों के अनुसार भाया स्वयं चुनाव मैदान में उतर सकते हैं या फिर उनकी सहमति से ही किसी अन्य उम्मीदवार को टिकट दिया जाएगा.
वहीं भाजपा में इस बार प्रत्याशी चयन को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है. पार्टी के भीतर आधा दर्जन से अधिक नेताओं के नाम चर्चा में हैं. इनमें पूर्व विधायक नरेंद्र नागर, पूर्व जिलाध्यक्ष आनन्द गर्ग, वर्तमान जिलाध्यक्ष नरेश सिकरवार, आरएसएस से हाल ही में भाजपा में शामिल हुए महावीर सिंह हाड़ा, पूर्व जिला प्रमुख नंदलाल सुमन, अंता प्रधान प्रखर कौशल, बारां प्रधान मोरपाल सुमन और युवा नेता जयेश गालव शामिल हैं.
हालांकि इस बार क्षेत्रवासियों और भाजपा कार्यकर्ताओं की साफ मांग है कि अंता सीट पर “स्थानीय” उम्मीदवार ही मैदान में उतरे. कार्यकर्ताओं का कहना है कि बीते दो-तीन चुनावों की तरह यदि फिर से बाहरी प्रत्याशी को टिकट दिया गया तो पार्टी के प्रति असंतोष बढ़ेगा और अंदरूनी विरोध भी सामने आ सकता है. ऐसी स्थिति में भाजपा को नुकसान उठाना पड़ सकता है. उधर कांग्रेस नेता प्रमोद भाया भी सीट बचाने के लिए इस बार पूरी ताकत लगाने की तैयारी में जुटे हैं. उनका प्रयास रहेगा कि पिछले चुनावों में हुई गलतियों को न दोहराते हुए उप चुनाव में जीत सुनिश्चित की जाए.