प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को दो प्रमुख राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं, द्वारका एक्सप्रेसवे के दिल्ली खंड और शहरी विस्तार सड़क-II (UER-II) का उद्घाटन किया. पीएम मोदी ने दिल्ली के रोहिणी में रोड शो भी किया.
प्रधानमंत्री के साथ केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी भी उपस्थित रहे. करीब 11 हजार करोड़ रुपये की लागत से बनीं ये परियोजनाएं ट्रैफिक जाम से जूझती दिल्ली को बड़ी राहत देंगी और कनेक्टिविटी को और मजबूत बनाएंगी.

40 मिनट में पूरा होगा ढाई घंटे का सफर
UER-II के शुरू होने के बाद सफर बेहद आसान हो जाएगा. अभी जहां सिंघु बॉर्डर से द्वारका एक्सप्रेसवे तक की दूरी तय करने में ढाई घंटे लगते हैं, वहीं अब यह सफर सिर्फ 40 मिनट में पूरा होगा. इसके साथ ही रोजाना दिल्ली में एंट्री करने वाले करीब तीन लाख वाहनों को शहर के अंदर आने की जरूरत नहीं पड़ेगी.

कैसा होगा द्वारका एक्सप्रेसवे का दिल्ली सेक्शन?
द्वारका एक्सप्रेसवे का दिल्ली सेक्शन भी खास है. 10.1 किलोमीटर लंबे इस हिस्से को 5,360 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया गया है. यह सेक्शन शिव मूर्ति चौक से द्वारका सेक्टर-21 तक 5.9 किलोमीटर और सेक्टर-21 से दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर तक 4.2 किलोमीटर तक फैला है. यह यशोभूमि, डीएमआरसी की ब्लू और ऑरेंज लाइन, आने वाले बिजवासन रेलवे स्टेशन और द्वारका क्लस्टर बस डिपो को जोड़ते हुए मल्टी-मॉडल कनेक्टिविटी प्रदान करेगा.
ट्रैफिक मैनेजमेंट के लिए गेम-चेंजर साबित होंगे प्रोजेक्ट्स
सरकार का दावा है कि ये दोनों परियोजनाएं दिल्ली-एनसीआर में ट्रैफिक मैनेजमेंट के लिए गेम-चेंजर साबित होंगी. एक ओर जहां द्वारका एक्सप्रेसवे यात्रियों के लिए बड़ा सहारा बनेगा, वहीं UER-II भीड़भाड़ वाले इलाकों से ट्रैफिक का दबाव कम करेगा. इसके साथ ही आर्थिक गतिविधियों को भी नई रफ्तार मिलेगी.