रीवा: रीवा जिले में जिस दिन भाई-बहन के अटूट प्रेम का पर्व, रक्षाबंधन, पूरे देश में उल्लास के साथ मनाया जा रहा था, उसी दिन रीवा के एक परिवार की खुशियाँ हमेशा के लिए छिन गईं.
त्यौहार की मिठाइयों और राखी के रंगीन धागों के बीच, एक मासूम बच्ची की दर्दनाक मौत ने पूरे गाँव को सदमे में डाल दिया. यह घटना सिर्फ एक खबर नहीं, बल्कि एक ऐसी दुखद घटना है जो हर माता-पिता को झकझोर देगी. यह दिल दहला देने वाली घटना रीवा जिले के बिछिया थाना क्षेत्र के सिलपरा गाँव की है. गाँव में हर कोई त्यौहार की तैयारियों में जुटा था, और इसी बीच एक परिवार की मासूम बच्ची, काव्या साकेत, अपने मामा के घर आई हुई थी.
परिवार में उत्सव का माहौल था और बच्ची की माँ रसोई में त्यौहार के लिए खाना बना रही थीं. शायद एक पल की असावधानी, जो जीवन भर का दर्द बन गई. खेलते-खेलते मासूम काव्या अचानक रसोई में रखे गर्म दाल से भरे कुकर में गिर गई. पल भर में उसकी किलकारियाँ चीखों में बदल गईं. बच्ची बुरी तरह झुलस गई और परिवार में अफरा-तफरी मच गई. घर के लोग तुरंत उसे लेकर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र भागे। लेकिन जब उसकी हालत गंभीर देखकर डॉक्टरों ने उसे रीवा के संजय गांधी अस्पताल रेफर कर दिया, तो परिवार की उम्मीदें टूट गईं.
अस्पताल में जीवन और मृत्यु के बीच कई घंटों की जंग के बाद, उस मासूम की आज साँसें थम गईं. जिस त्यौहार ने घर में खुशियाँ लानी थीं, उसी ने मातम का काला साया फैला दिया.
पूरे परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है और यह घटना गाँव वालों के दिल में गहरे तक उतर गई है. पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और जाँच शुरू कर दी है.