रीवा: किसी का जन्मदिन जश्न और केक तक सीमित होता है, लेकिन उप-मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला ने अपने जन्मदिन को रीवा के भविष्य के नाम कर दिया.
उन्होंने अपने जन्मदिन के मौके पर रीवा को 6 करोड़ 10 लाख रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं की सौगात देकर यह संदेश दिया कि विकास ही उनका सबसे बड़ा संकल्प है। यह सिर्फ एक घोषणा नहीं, बल्कि रीवा की एक नई पहचान, एक नया इतिहास रचने की शुरुआत है.
अब रीवा से सीधी उड़ान: सपनों को मिले पंख
यह खबर पूरे विंध्य के लिए किसी बड़ी क्रांति से कम नहीं है. उप-मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि रीवा हवाई अड्डे पर जल्द ही 72-सीटर विमान सेवा शुरू होने जा रही है. जिन दूरियों को तय करने में दिन लग जाते थे, अब वे चंद घंटों में सिमट जाएंगी. एयरलाइंस कंपनियों ने रीवा से दिल्ली और इंदौर के लिए अपनी उड़ानों को हरी झंडी दे दी है। यह कदम न सिर्फ रीवा को देश के प्रमुख शहरों से जोड़ेगा, बल्कि यहां के व्यापार, पर्यटन और शिक्षा को भी नई गति देगा। अब रीवा की तरक्की की उड़ान सिर्फ कागजों पर नहीं, बल्कि आसमान में दिखाई देगी.
चौतरफा विकास की नई गाथा
हवाई सेवाओं के अलावा, राजेंद्र शुक्ला ने रीवा के चौतरफा विकास का रोडमैप भी पेश किया। उन्होंने 5 करोड़ 25 लाख रुपये की लागत से बनने वाले आधुनिक जनपद पंचायत भवन का भूमिपूजन किया. इसके साथ ही, शहर को एक नया सांस्कृतिक केंद्र मिला, जब भव्य अटल ऑडिटोरियम का लोकार्पण किया गया. शहर की सड़कों को फोर-लेन में बदला जा रहा है और खूबसूरत तालाबों व रिवरफ्रंट्स का निर्माण भी शुरू हो गया है.
राजेंद्र शुक्ला ने अपनी बात को खत्म करते हुए कहा कि, “मैं रीवा को विकास की दौड़ में देश में नंबर एक देखना चाहता हूं और मुझे पूरा विश्वास है कि जनता के सहयोग से हम यह सपना जरूर पूरा करेंगे”.यह घोषणाएं सिर्फ एक जन्मदिन का तोहफा नहीं, बल्कि एक मजबूत संकल्प और रीवा के सुनहरे भविष्य का वादा हैं.