खैरथल -तिजारा : जिले के किशनगढ़बास में एक शख्स की नीले ड्रम में मिली लाश ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है. खैरथल-तिजारा में यूपी के मेरठ जैसा मामला सामने आया है.एक घर की छत पर नीले ड्रम में युवक का शव मिला था. शव को गलाने के लिए नमक भी डाला गया था.यह मामला किसी फिल्म की स्क्रिप्ट से कम नहीं है. पुलिस ने इस हत्या के आरोप में मृतक की पत्नी और उसके प्रेमी को तो गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन इस पूरी वारदात का जो सच सामने आया है, वह दिल दहला देने वाला है. इस हत्या की पूरी कहानी किसी और ने नहीं, बल्कि मृतक के 8 साल के मासूम बेटे हर्षल ने बयां की है.
हर्षल ने पुलिस को बताया कि उस रात उसके पापा हंसराज, मम्मी सुनीता और मकान मालिक अंकल जितेंद्र ने एक साथ बैठकर शराब पी थी. हर्षल के मुताबिक, उसकी मां ने दो पैग लिए थे, लेकिन पापा और अंकल ने ज्यादा पी थी. शराब के बाद पापा ने मम्मी को मारना शुरू कर दिया. इस पर अंकल जितेंद्र बीच में आए और उन्होंने पापा को बचाया. इसके बाद, मम्मी ने तीनों बच्चों को सोने के लिए भेज दिया.
रात के अंधेरे में जब हर्षल की नींद खुली, तो उसने देखा कि उसके पापा बेड पर बेसुध पड़े हैं. सुबह जब वह उठा, तो पापा तब भी बेड पर ही थे और मम्मी-अंकल वहां खड़े थे. थोड़ी देर बाद, उसने देखा कि मम्मी और अंकल एक नीला ड्रम लेकर आए. ड्रम में पानी भरा हुआ था, जिसे उन्होंने खाली किया.
जो दृश्य हर्षल ने इसके बाद देखा, उसे सुनकर किसी का भी दिल कांप उठेगा. हर्षल ने बताया कि उसकी मां और अंकल ने मिलकर उसके पिता के शव को उसी नीले ड्रम में डाला. यही नहीं, शव को गलाने के लिए उन्होंने उसमें नमक भी डाला और फिर ड्रम को छिपा दिया.
हत्या के बाद, उसकी मम्मी, अंकल जितेंद्र और तीनों बच्चे वहां से फरार हो गए. वे सभी एक ईंट भट्टे पर गए, जहां अंकल के जानने वाले लोग काम करते थे. लेकिन, पुलिस को इसकी भनक लग गई. पुलिस ने पीछा किया और मौके पर पहुंचकर सभी को धर दबोचा.
मासूम हर्षल ने अपनी आपबीती सुनाते हुए बताया कि उसके पिता हंसराज बहुत ज्यादा शराब पीते थे और आए दिन उसकी मां के साथ मारपीट करते थे. वह बीड़ी पीते थे और उसी बीड़ी से उसकी मां को जलाते थे. हर्षल ने यह भी बताया कि 15 अगस्त को एक बार उसके पिता ने गुस्से में उस पर भी ब्लेड से हमला किया था.
हर्षल ने यह भी खुलासा किया कि उसके मकान मालिक अंकल जितेंद्र का उनके घर में आए दिन आना-जाना लगा रहता था. वह उसकी मां के साथ रहते थे और बच्चों के लिए टॉफी और दूसरी चीजें भी लाते थे. जितेंद्र ने उसका दाखिला स्कूल में करवाया था, लेकिन जब उसके पिता को यह पता चला तो उन्होंने अपनी पत्नी के साथ मारपीट की थी.
पुलिस की जांच में भी यह सामने आया है कि हंसराज की पत्नी सुनीता का जितेंद्र के साथ अफेयर था. पुलिस ने बताया कि हंसराज का शव घर के छत पर मिले एक नीले ड्रम में मिला. गले पर धारदार हथियार के निशान थे और शव को जल्द गलाने के लिए उसमें नमक डाला गया था.