लखीमपुर खीरी: किसानों की फसलें बाढ़ में डूब गईं, खेतों की हरियाली मुरझा गई. लेकिन किसानों के चेहरे अब राहत से खिल उठे हैं. मुख्यमंत्री के निर्देश पर पूरे प्रदेश में सबसे पहले लखीमपुर खीरी के बाढ़ प्रभावित किसानों की मुआवजे की सौगात मिली. डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल की निगरानी में पांचों तहसीलों में गत दिवस आयोजित कार्यक्रमों में किसानों को डेमो चेक दिए गए, जबकि वास्तविक राशि डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के जरिए सीधे खातों में पहुंचाई गई.
विधायकों संग अधिकारियों ने सौंपी राहत, खिले किसानों के चेहरे
सदर तहसील में विधायक योगेश वर्मा, धौरहरा में विधायक विनोद शंकर अवस्थी और निघासन में विधायक शशांक वर्मा मौजूद रहे. इन जनप्रतिनिधियों ने एसडीएम व तहसीलदारों के साथ किसानों को राहत के प्रतीकात्मक चेक सौंपे। पलिया तहसील में एसडीएम पलिया डॉ अवनीश कुमार और गोला में एसडीएम युगांतर त्रिपाठी ने किसानों को राहत राशि के डेमो चेक प्रदान किए. सभी जगह किसानों ने राहत पाकर मुख्यमंत्री और जिला प्रशासन के प्रति आभार जताया.
बताते चलें कि गोला तहसील में 60 किसानों को 10 लाख 25 हजार रुपये से अधिक का मुआवजा मिला। लखीमपुर तहसील के 22 किसानों को 3.66 लाख, निघासन के 13 किसानों को 37 हजार, धौरहरा के 10 किसानों को 1.10 लाख और पलिया के 15 किसानों को 94 हजार रुपये की सहायता दी गई। कुल मिलाकर 120 किसानों को 16 लाख 34 हजार 368 रुपये की राहत राशि उपलब्ध कराई गई.
डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल बोलीं, राहत देना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता
डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल ने कहा कि बाढ़ प्रभावित किसानों तक शीघ्र और पूर्ण राहत पहुँचाना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी। एडीएम नरेंद्र बहादुर सिंह ने कहा कि मा. मुख्यमंत्री जी के निर्देश के अनुरूप, डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल के मार्गदर्शन में राहत वितरण पूरी तरह पारदर्शी ढंग से किया गया। राशि सीधे किसानों के बैंक खातों में भेजी गई है.
किसानों ने जताया आभार
किसानों ने कहा कि बाढ़ से फसलें पूरी तरह चौपट हो गई थीं। ऐसे समय में मिली यह मदद उनके लिए बड़ी राहत है. उन्होंने मुख्यमंत्री और प्रशासन को धन्यवाद दिया और कहा कि समय पर मिली यह सहायता परिवार की मुश्किलें काफी हद तक कम करेगी.
कम प्रकोप, लेकिन मदद पूरी
गत वर्ष की तुलना में इस बार जनपद में बाढ़ का असर कम रहा है, लेकिन जिला प्रशासन ने तत्परता दिखाते हुए प्रभावित गांवों को हर संभव सहायता पहुंचाई. प्रशासन ने पूरे प्रदेश में सबसे पहले खीरी जिले में कृषि निवेश का वितरण कर मिसाल पेश की. अब तक तीन हजार राहत किट और एक लाख नौ हजार 220 लंच पैकेट प्रभावित परिवारों को बांटे जा चुके हैं. वहीं शेष प्रभावित किसानों की फीडिंग का कार्य जारी है और जल्द ही अन्य किसानों को भी कृषि निवेश का लाभ प्रदान किया जाएगा.