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एक हाथ में तिरंगा, दूसरे में झाड़ू और पेट पर बांधी रोटी… न्याय के लिए ऐसे लगाई गुहार

मध्य प्रदेश के बुरहानपुर में एक अनोखा मामला सामने आया है. सेक्टर अधिकारी को रिश्वत नहीं देने के चलते सफाई कर्मचारी संजय सिंह को नौकरी से निकाल दिया गया. नौकरी से निकाले जाने के बाद, वह दर-दर भटकने के लिए मजबूर हो गया. सफाई कर्मचारी कलेक्टर कार्यालय में एक हाथ में झाड़ू, दूसरे हाथ में तिरंगा और पेट पर रोटी बांधकर पहुंचा. पीड़ित कर्मचारी ने जिला अधिकारी से नौकरी पर रखने और बाकी की तनख्वाह दिलाने की गुहार लगाई है.

बुरहानपुर उपनगर लालबाग के रहने वाले संजय सिंह प्रहलाद पटेल नगर निगम में सफाई कर्मचारी के लिए लंबे समय से नियुक्त थे. नौकरी करके वो परिवार का भरण पोषण कर रहे थे लेकिन सेक्टर अधिकारी पन्नालाल ने संजय सिंह से दो हजार रुपए की रिश्वत मांगी. पन्नालाल ने कहा कि अगर आपको नौकरी करनी और वेतन चाहिए तो मुझे प्रतिमाह दो हजार रुपए देने पड़ेंगे. सफाई कर्मचारी संजय सिंह ने दो हजार रुपए देने से मना कर दिया जिसका खामियाजा उन्हें अपनी नौकरी गंवाकर भुगतना पड़ा.

पेट में रोटी बांधकर कलेक्टर ऑफिस पहुंचा सफाई कर्मचारी

दर-दर भटक रहे संजय सिंह प्रहलाद पटेल ने कई बार नगर निगम और कलेक्टर कार्यालय में शिकायत की है लेकिन इसके बावजूद उनकी सुनवाई नहीं हो रही है. जिसके बाद वह कलेक्टर कार्यालय पर पेट पर रोटी बांधकर, हाथ में झाड़ू और तिरंगा लेकर पहुंचे. जिसको देखकर हर कोई दंग रह गया. हालाकिं अधिकारियों ने उन्हें आश्वासन तो दिया है लेकिन उन्हें आश्वासन का भरोसा नहीं है.

6 साल से न्याय के लिए भटक रहा सफाई कर्मचारी

सफाई कर्मचारी संजय सिंह ने बताया कि मैंने सेक्टर अधिकारी को 2000 की रिश्वत नहीं दी जिसके चलते मुझे नौकरी से निकाल दिया. नौकरी से निकाले जाने से मेरे सामने भूखे मरने की नौबत आ गई है. इसकी शिकायत मैंने करीब 6 साल से कलेक्टर कार्यालय से लेकर नगर निगम अधिकारियों तक को की है लेकिन मेरी बात सुनने वाला कोई नहीं है. परिवार की स्थिति खराब है जिसके चलते मुझे यह कदम उठाना पड़ा.

वहीं इस पूरे मामले पर नगर निगम के कमिश्नर भी कुछ भी बोलने से बच रहे हैं. वो फोन उठाना भी मुनासिब नहीं समझ रहे हैं. कमिश्नर का यह हाल है कि वह जब देख लेते हैं कि मामला नगर निगम के खिलाफ है तो वह मीडिया से बात नहीं करते और कहते हैं कि पॉजिटिव खबर हो तो बताओ या फिर जाने दो.

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