गोंडा: तहसील में मंगलवार को आयोजित जिला स्तरीय संपूर्ण समाधान दिवस में आमजन की समस्याओं को सुनने के लिए जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन व पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल मौजूद रहे. ग्राम डेहरास निवासी सावित्री देवी ने शिकायत की कि खतौनी में नाम दर्ज कराने के लिए वह पिछले तीन वर्षों से लगातार तहसील के चक्कर काट रही हैं, लेकिन अब तक समाधान नहीं हुआ.
इस पर जिलाधिकारी ने तत्काल मामले को संज्ञान में लेते हुए महिला का नाम खतौनी में दर्ज करने और उसे खतौनी अभिलेख उपलब्ध कराने के निर्देश दिए. समाधान दिवस में सर्वाधिक शिकायतें मतदाता सूची और बूथ लेवल ऑफिसरों (बीएलओ) की मनमानी से जुड़ी रहीं. पंचायत चुनाव नजदीक होने के चलते नाम जोड़ने-बढ़ाने व हटाने की शिकायतें सबसे ज्यादा सामने आईं.
ग्राम असरना निवासी दान बहादुर ने बताया कि सह-खातेदार ने अपने हिस्से की जमीन के साथ उसके हिस्से की जमीन भी बेच दी. कई बार शिकायत के बावजूद कार्रवाई नहीं हुई. वहीं ग्राम बहुवन मदार माझा निवासी बबीता सिंह ने आरोप लगाया कि गांव के कुछ लोगों ने दूसरे की जमीन पर बने मकान को दिखाकर उनसे ₹95,000 हड़प लिए. परसपुर थाने में कई बार प्रार्थनापत्र देने के बाद भी न तो एफआईआर दर्ज हुई और न ही पैसे वापस मिले.
इस अवसर पर कुल 120 प्रार्थनापत्र प्राप्त हुए, जिनमें से 08 प्रकरणों का मौके पर ही निस्तारण कर दिया गया. शेष मामलों को निर्धारित समय सीमा के भीतर गुणवत्तापूर्ण निस्तारण के निर्देश अधिकारियों को दिए गए. कार्यक्रम में सीडीओ अंकिता जैन, एएसपी अभिषेक दावाच्या, सीएमओ डॉ. रश्मि वर्मा, एसडीएम यशवंत राव, तहसीलदार सुभद्र प्रसाद सहित जिले के सभी अधिकारी मौजूद रहे.