गाज़ीपुर: जिले के प्रतिष्ठित विद्यालय सनबीम स्कूल में एक दिन पहले छात्रों के बीच हुई चाकूबाजी की घटना में बड़ा खुलासा हुआ है. इस हमले में गंभीर रूप से घायल छात्र आदित्य वर्मा (14) की मौत हो गई, जबकि तीन अन्य छात्र घायल हुए थे. अब सामने आया है कि आरोपी छात्र ने चाकू को थर्मस में छिपाकर स्कूल लाया था और बाथरूम के पास मौका मिलते ही वारदात को अंजाम दिया.
पुलिस ने कार्रवाई करते हुए नामजद दोनों नाबालिग आरोपियों को जुवेनाइल कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें बाल सुधार गृह भेज दिया गया. इस पूरी घटना से गाज़ीपुर सहित आस-पास के इलाकों में शोक और आक्रोश का माहौल है. आदित्य वर्मा, निवासी यूसुफपुर मोहम्मदाबाद, अपने माता-पिता को हँसते हुए “टाटा” कर रोज़ की तरह स्कूल गया था. लेकिन कुछ घंटे बाद ही उसके परिवार को खबर मिली कि आदित्य पर चाकू से हमला हुआ है.
जैसे ही उसके पिता शिवजी वर्मा को सूचना मिली, वे अस्पताल पहुंचे, यह विश्वास करते हुए कि उनका बेटा ज़िंदा होगा. लेकिन जब उन्हें मर्चरी हाउस ले जाया गया और बेटे का शव दिखाया गया, तो वे हक्के-बक्के रह गए, आँखों से आंसू तक नहीं निकले, बस बेटे को देखते और दुलारते रहे.
मां की हालत बदहवास, पूरे जिले में फैला मातम
मां को जब दोपहर में यह खबर मिली, तो वह बेसुध हो गईं. आदित्य के ननिहाल रेवतीपुर में भी यह खबर आग की तरह फैली और वहां से भी परिजन अस्पताल पहुंचे. देर शाम दो डॉक्टरों की टीम द्वारा पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा गया.
पहले से था झगड़ा, लेकिन स्कूल ने नहीं की कार्रवाई
घायल छात्र और आदित्य का मित्र नमन जायसवाल ने बताया कि आरोपी साहिल रावत पहले से ही झगड़ालू स्वभाव का था. 14-15 अगस्त को भी उसने स्कूल के बाहर झगड़ा किया था, जिसकी जानकारी स्कूल प्रशासन को थी. लेकिन उन्होंने कोई सख्त कदम नहीं उठाया. नमन के अनुसार, घटना के दिन पहले क्लास के बाहर झगड़ा हुआ, बाद में जब आदित्य और उसके दोस्त बाथरूम गए, तब साहिल और उसके साथी ने उन पर हमला कर दिया. आदित्य पर चाकू से लगातार पांच वार किए गए.
स्कूल पर लगे दबाव बनाने के आरोप
नमन ने यह भी आरोप लगाया कि घटना के बाद विद्यालय प्रशासन ने छात्रों पर दबाव बनाया कि इसे एक “हादसा” बताया जाए, ताकि स्कूल की छवि को नुकसान न पहुँचे. अपर पुलिस अधीक्षक ज्ञानेंद्र प्रसाद ने बताया कि मामले में शामिल दोनों आरोपी छात्रों को हिरासत में लेकर जुवेनाइल कोर्ट में पेश किया गया, जिसके बाद उन्हें बाल सुधार गृह भेज दिया गया है. पुलिस आगे की जांच में जुटी है.