बलिया: बाढ़ पीड़ितों के लिए मशीहा बने बीएसपी विधायक उमाशंकर सिंह, निजी खर्चे पर 6 ट्रक राहत सामग्री एसडीएम को सौंपा

उत्तर प्रदेश: बलिया में गरीबों का मशीहा कहे जाने वाले रसड़ा विधामसभा से बीएसपी के एकलौते विधायक उमाशंकर सिंह एक बार फिर मानवता की मिसाल बन कर उपस्थिति दर्ज कराई है. आप को बताते चले कि उमाशंकर सिंह लंबे समय से एक बड़ी बीमारी से लड़ रहे है. स्वास्थ्य खराब होने के कारण जनता से सम्पर्क टूट गया था. स्वास्थ्य में सुधार होने के बाद लागातर पुनः जनता के बीच पहुंचने और उनकी हर सम्भव मदद का प्रयास कर रहे है.

बाढ़ की विभीषिका झेल रहे बाढ़ पीड़ितों के लिए बीएसपी विधायक उमाशंकर सिंह ने एक बार फिर मदद का दरवाजा खोल दिया है. आप को बताते चले कि उमाशंकर सिंह बलिया सदर और बैरिया विधानसभा में बाढ़ से प्रभावित पीड़ितों के लिए 6 ट्रक बाढ़ राहत सामग्री लेकर पहुंचे वो भी अपने निजी खर्चे पर. शासन स्तर से भले ही बाढ़ पीड़ितों तक बाढ़ राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है. इन सबके बीच जो लोग राहत सामग्री से वंचित है, उन तक बाढ़ राहत सामग्री पहुंचे इसके लिए विधायक ने स्वयं के निजी खर्चे पर भारी मात्रा में बाढ़ राहत सामग्री लेकर बलिया के पीडब्ल्यूडी डाक बंगले पर पहुंचे और सदर एसडीएम को मीडिया के सामने सुपुर्द किया. ताकि सदर तहसील में बाढ़ से प्रभावित पीड़ितों को राहत सामग्री दिया जा सके.

बीएसपी विधायक उमाशंकर सिंह ने तीन ट्रक बाढ़ राहत सामग्री सदर एसडीएम को सौंपा और तीन ट्रक बाढ़ राहत सामग्री बैरिया विधानसभा में बाढ़ से प्रभावित पीड़ितों के लिए बैरिया एसडीएम को सौंपा. उमाशंकर सिंह ने कहा कि ये प्राकृतिक आपदा है, इस आपदा से प्रभावित हर व्यक्ति की मदद करना हमारी जिम्मेदारी है. सरकार अपने स्तर से बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री पहुंचा रही है. लेकिन बहुत से लोगों तक राहत सामग्री नही पहुंच पा रहा, ऐसे परिवारों तक यह बाढ़ राहत सामग्री चिन्हित कर पहुंचाया जाएगा. ऐसी स्थिति में हमसभी को एक साथ मिल कर काम करना चाहिए ताकि उन पीड़ितों की मदद हो सके.

बताया बाढ़ पीड़ितों के लिए वो सारी चिझे उपलब्ध है, जिसकी उन्हें जरूरत है. खाद्य सामग्री से लेकर पशुओं के लिए चारा तक राहत सामग्री में शामिल किया गया है. वही अब्बास अंसारी के हेट स्पीच मामले में एमपी एमएलए कोर्ट मऊ के फैसले पर इलाहाबाद हाईकोर्ट की रोक पर कहा कि माननीय न्यायालय ने बहाल किया है तो माननीय न्यायालय के फैसले का हम सभी स्वागत करते हैं.

Advertisements
Advertisement