मध्य प्रदेश के सतना में 15 साल की लड़की ने ऐसा गुनाह किया, जिससे उसका परिवार सदमे में चला गया. लड़की मार्केट जा रही थी. उसकी छोटी बहन के कहा- दीदी मैं भी आपके साथ चलूंगी. मगर बड़ी बहन ने उसे साथ ले जाने से मना कर दिया. फिर भी छोटी बहन उसके पीछे-पीछे जाने लगी. गुस्से में बड़ी बहन ने रास्ते में ही उसका गला घोंट दिया. इससे छोटी बहन की मौत हो गई. घबराकर बड़ी बहन ने छोटी का शव झाड़ियों में फेंक दिया. फिर वापस घर आ गई.घर पहुंचकर वो माता-पिता को गुमराह करने लगी. फिर जांच में सामने आया कि बड़ी बहन ने ही छोटी बहन को मारा है. दरअसल, हत्या की घटना पास लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी. सोमवार को कोलगवां थाना पुलिस ने आरोपी नाबालिग को हिरासत में ले लिया है.
मामला कृपालपुर इलाके का है. आरोपी 15 वर्षीय लड़की ने पुलिस के सामने अपना जुर्म कबूल करते हुए बताया कि वह 16 अगस्त की सुबह बाजार जा रही थी. तभी उसकी छोटी बहन साथ चलने की जिद करने लगी. बार-बार मना करने और थप्पड़ मारने के बावजूद जब वह पीछे आती रही तो मेन रोड के पास गुस्से में आकर उसने छोटी बहन का गला घोंट दिया. जिससे वह झाड़ियों में गिर पड़ी. इसके बाद वह बेफिक्र होकर ऑटो में बैठकर शहर चली गई.
शव घर लाकर सुनाई कहानी
करीब तीन घंटे बाद जब वह बाजार से लौटी तो बहन का शव झाड़ियों से उठाकर घर ले आई. परिवार वालों को उसने बताया कि उसे बहन की चप्पल सड़क पर मिली. ढूंढने पर वह झाड़ियों में बेहोश पड़ी मिली थी. परिजन उसे फौरन अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
CCTV फुटेज ने खोला राज
हालांकि, पुलिस को पहले दिन से ही कहानी पर शक था. सीएसपी देवेंद्र प्रताप सिंह चौहान ने बताया कि घटनास्थल के पास लगे एक पेट्रोल पंप के सीसीटीवी फुटेज की जांच की गई. फुटेज से पता चला कि आरोपी लड़की ऑटो से जिस जगह उतरी थी, वहां से उसे वह चप्पल दिख ही नहीं सकती थी, जिसका वह जिक्र कर रही थी. यही सुराग केस का टर्निंग पॉइंट बना.
ऐसे खुला कत्ल का सारा राज
सोमवार को पोस्टमार्टम की फाइनल रिपोर्ट आने के बाद पुलिस ने आरोपी किशोरी को परिवार के सामने बैठाकर मनोवैज्ञानिक तरीके से पूछताछ की. जिसके बाद वह टूट गई और उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया. उसने बताया कि वह अपनी छोटी बहन की जिद करने और हर बात मां को बताने की आदत से परेशान थी, इसी वजह से उसने यह खौफनाक कदम उठाया. पुलिस ने नाबालिग आरोपी को किशोर न्यायालय में पेश किया है. जहां से उसे किशोर न्यायालय से बाल सुधार गृह भेजा गया है.