दौसा में वकीलों ने कलेक्टर और एसपी को सौंपा ज्ञापन, तहसीलदार के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग

दौसा: जिले के लालसोट में तहसीलदार और अधिवक्ताओं के बीच हुए विवाद को लेकर अब धीरे-धीरे पूरा प्रकरण जिले भर में तूल पकड़ने लगा है. लालसोट से जली चिंगारी अब दौसा तक पहुंच गई है.  इस पूरे प्रकरण को लेकर अब जिले के अधिवक्ताओं ने कार्य का स्थगित कर ऐलान करते हुए तहसीलदार पर, पद का दुरुपयोग करने का आरोप लगाते हुए तहसीलदार के निलंबन की कार्रवाई की मांग की है. लालसोट में इन दिनों एक बड़ा हंगामा मचा हुआ है. यहां तहसीलदार और वकीलों के बीच एक ऐसा टकराव हुआ है कि मामला थाने-पुलिस और अदालत तक जा पहुंचा है. आलम यह है कि तहसीलदार ने 13 वकीलों के खिलाफ FIR दर्ज करवा दी है, जिसके बाद अब पूरा दौसा जिला भी इस विवाद की आग में झुलसने की तैयारी में है.

वकीलों ने बताया है कि तहसीलदार ने उन्हें “काले कोट वाले गुण्डे” कहकर सम्बोधित किया, जो पूरी जुडिसियल का अपमान है. ऐसे अधिकारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. जिसको लेकर दौसा में वकीलों ने कलेक्टर और एसपी को ज्ञापन सौंपा है. ऑर्डर तहसीलदार को लेना था, जो उनका कर्तव्य था, लेकिन तहसीलदार अमितेश मीणा ने हठधर्मिता अपनाते हुए स्थगन आदेश लेने से इनकार कर दिया. इसके चलते वकीलों का अपमान हुआ.  पूरे प्रकरण के विरोध में आज दौसा जिले के अधिवक्ताओं ने पेन डाउन हड़ताल की.

दौसा जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष कुंज बिहारी शर्मा की अगुवाई में अधिवक्ताओं ने जिला कलेक्टर देवेंद्र कुमार को ज्ञापन सौंपा और एसपी सागर राणा को एक लिखित शिकायत प्रस्तुत की. शर्मा ने बताया कि 19 अगस्त 2025 को लालसोट तहसीलदार अमितेश मीणा ने लालसोट बार एसोसिएशन अध्यक्ष व अन्य अधिवक्ताओं के साथ अभद्र व्यवहार किया तहसीलदार ने न सिर्फ अधिवक्ताओं को धक्का देकर बाहर निकाला, बल्कि गाली-गलौज और अपशब्दों का भी प्रयोग किया.

जबकि अधिवक्ता उन्हें एसडीएम द्वारा जारी स्थगन आदेश (स्टे ऑर्डर) सौंपने गए थे. इस पूरे घटनाक्रम को लेकर वकीलों में आक्रोश है और उन्होंने तहसीलदार के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है. तहसीलदार के निलंबन की मांग रखी है तहसीलदार ने अधिवक्ताओं के खिलाफ जो रिपोर्ट दर्ज करवाई है मनमर्जी हठधर्मिता और निराधार है.  तहसीलदार ने अपने पद का दुरुपयोग किया है जिला कलेक्टर से नहीं मिलकर के सीधे ही अपने आप को मुख्यमंत्री समझते हुए रिपोर्ट दर्ज करवाने का यह प्रयास किया धरने पर बैठ गए उनका कोई अधिकार नहीं था.

प्रशासन के विरुद्ध धरने पर बैठ गए तहसीलदार प्रशासन पार्ट एंड पार्सल है तहसीलदार ने धरने पर बैठकर ऐसा कृत किया है जो उनका निलंबन के लिए पहुंचाता है.  जिला बार एसोसिएशन के ऐलान पर अधिवक्ताओं ने कार्य स्थगित किया है.  जिला कलेक्टर को ज्ञापन दिया है लालसोट तहसीलदार का निलंबन किया जाए और दौसा जिले के सभी अधिवक्ता गणों ने एक रिपोर्ट दौसा एसपी को दी है.

तहसीलदार अमितेश मीणा ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल किया जिसमें काले कोट में जो गुंडे घूम रहे हैं.  कहा गया है जो न्याय पालिका का अपमान है.  जिला बार एसोसिएशन के कुंज बिहारी शर्मा ने बताया कि काला कोट केवल वकीलों के लिए नहीं यह एक न्याय का प्रतीक है इसमें सुप्रीम कोर्ट के सेशन न्यायालय के सभी न्यायिक अधिकारी ईवनदो खुद तहसीलदार न्यायिक अधिकारी की गिनती में आता है.

तहसीलदार ने जो शब्द कहा है वह ग़लत कहा वह शब्द अपमानजनक है शर्मसार करने को कहा है सोशल मीडिया पर जो अपमानजनक टिप्पणी की है उसके संदर्भ में तहसीलदार की आईडी हैंग करने के लिए तहसीलदार अमितेश मीणा के खिलाफ सोशल मीडिया पर जो अपराध बनता है.

उसके लिए दौसा एसपी को रिपोर्ट दी अधिवक्ताओं ने चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर तहसीलदार का निलंबन नहीं हुआ तो पूरे जिले में नहीं पूरे प्रदेश व्यापी हड़ताल करने की चेतावनी दी है.  इस अवसर पर दौसा जिला बार संघ के पदाधिकारी सहित बड़ी संख्या में एडवोकेट मौजूद रहे.

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