सूरजपुर: प्रतापपुर से महज 3 किलोमीटर दूर अंबिकापुर मुख्य मार्ग स्थित वेयर हाउस गोदाम के पास देर शाम 30 से 35 हाथियों का विशाल झुंड देखे जाने से इलाके में हड़कंप मच गया. हाथियों का झुंड सड़क किनारे आ पहुंचा, जिसके बाद स्थानीय लोगों ने तुरंत वीडियो और फोटो सोशल मीडिया पर साझा किए. देखते ही देखते यह खबर पूरे इलाके में फैल गई और ग्रामीणों में दहशत का माहौल बन गया.
ग्रामीणों में खौफ, शहर तक फैली दहशत
इतनी बड़ी संख्या में हाथियों का झुंड एक साथ दिखाई देना किसी बड़े खतरे से कम नहीं माना जा रहा. करंजवार और आसपास के गांवों के साथ-साथ प्रतापपुर नगर तक यह खबर पहुंचते ही लोगों में डर का माहौल है. ग्रामीणों का कहना है कि शाम होते ही लोग घरों से निकलने से भी कतराने लगे हैं.
वन विभाग की लापरवाही से बढ़ा खतरा
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि वन विभाग लगातार लापरवाही बरत रहा है. हाथियों का झुंड कई दिनों से क्षेत्र में घूम रहा है, लेकिन विभाग की ओर से न तो कोई विशेष गश्त की जा रही है और न ही कोई अलर्ट जारी किया गया है. ग्रामीणों ने बताया कि सूचना देने के बावजूद विभाग के कर्मचारी मौके पर देर से पहुंचते हैं. हाथियों की गतिविधियों की निगरानी के लिए न कोई पुख्ता इंतजाम है और न ही चेतावनी तंत्र. कई बार शिकायतों के बावजूद विभाग खानापूर्ति कर चला जाता है.
ग्रामीणों का कहना है कि विभाग की यह सुस्ती किसी भी दिन बड़ी त्रासदी का कारण बन सकती है. हाथियों के झुंड के गांव या शहर की ओर बढ़ने पर हालात भयावह हो जाएंगे.
पहले भी हो चुके हैं हादसे
प्रतापपुर क्षेत्र में हाथियों का आतंक कोई नई बात नहीं है. पूर्व में कई बार फसलें बर्बाद हुई हैं, घर टूटे हैं और लोगों की जानें तक गई हैं. इसके बावजूद विभाग ने न तो स्थायी समाधान निकाला है और न ही ग्रामीणों की सुरक्षा सुनिश्चित की है.
ग्रामीणों की मांग– तत्काल निगरानी और अलर्ट जारी हो
ग्रामीणों ने शासन-प्रशासन से मांग की है कि हाथियों की गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखी जाए. वन विभाग तत्काल अलर्ट जारी कर ग्रामीणों को सतर्क करे, ताकि कोई अप्रिय घटना न हो. ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि विभाग ने गंभीरता नहीं दिखाई तो आक्रोश भड़क सकता है.