उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले के चिकासी थाना क्षेत्र के एक गांव में 15 वर्षीय लड़की के साथ बलात्कार की घटना सामने आई है. वारदात के वक्त पीड़िता के माता-पिता अपने रिश्तेदार के घर गए हुए थे. उनके लौटने के बाद पूरी घटना का खुलासा हुआ.
पीड़िता के पिता की शिकायत के आधार पर पुलिस ने दो आरोपियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता और पॉक्सो एक्ट की धाराओं में केस दर्ज कर लिया है.
चिकासी थाने के प्रभारी संतोष कुमार ने बताया कि पीड़िता के पिता ने थाने में तहरीर दी है. शिकायत के मुताबिक, 13 अगस्त को वह अपने रिश्तेदारों से मिलने घर से बाहर गया हुआ था. घर पर उसकी तीन बेटियां अकेली थीं.
16 अगस्त की रात करीब 9 बजे, पड़ोस में रहने वाला 30 वर्षीय मुनीर घर पहुंचा. उसने पीड़ित लड़की को झांसा देकर पास के एक बाड़े में ले गया. वहां आरोपी दीपेंद्र (21) मौजूद था.
आरोप है कि वहां पहुंचने के बाद मुनीर ने नाबालिग को बाड़े के अंदर बंद कर दिया. इसके बाद दीपेंद्र ने उसे जान से मारने की धमकी देकर दरिंदगी की. किसी तरह पीड़िता वहां से निकलकर घर पहुंची और चुपचाप बैठी रही.
17 अगस्त को जब माता-पिता घर लौटे, तब उसने पूरी आपबीती सुनाई. पहले तो पिता सामाजिक बदनामी के डर से चुप रहे, लेकिन बाद में उन्होंने थाने जाकर शिकायत दर्ज कराया.
वारदात के बाद दोनों आरोपी फरार
एसएचओ ने बताया कि पीड़िता के पिता की तहरीर पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है. दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की एक विशेष टीम बनाई गई है. क्राइम सीन से सबूत जुटाए जा रहे हैं. इसके साथ ही पीड़िता का मेडिकल परीक्षण कराया जा रहा है.
मजिस्ट्रेट के सामने उसका बयान भी दर्ज कराया जाएगा. पुलिस का कहना है कि जल्द ही फरार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
हमीरपुर में पहले भी हुआ था गैंगरेप
बताते चलें कि इससे पहले अप्रैल माह में भी हमीरपुर से गैंगरेप की एक सनसनीखेज घटना सामने आई थी. कोतवाली क्षेत्र के एक गांव में 22 वर्षीय युवती को 5 दरिंदों ने हवस का शिकार बनाया था.
वारदात के बाद जब पीड़िता बेहोश हो गई तो आरोपी उसे खेत में फेंककर फरार हो गए. अगले दिन सुबह ग्रामीणों ने उसे अचेत अवस्था में देखा और परिवार को सूचना दी. पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था.