मैहर: सिविल अस्पताल में 5 साल के बच्चे को खड़े-खड़े चढ़ाया ड्रिप, घायलों को फर्श पर लेटाया!

मैहर : मैहर सिविल अस्पताल से बुधवार को सामने आए एक वीडियो और तस्वीरों ने स्वास्थ्य सेवाओं पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं.इन घटनाओं ने अस्पताल प्रबंधन और कर्मचारियों की कार्यशैली पर सवालिया निशान लगा दिया है.

एक वीडियो में देखा गया कि अस्पताल में एक 5 साल के बीमार बच्चे को नर्स ने खड़े-खड़े ही ड्रिप चढ़ा दी.बच्चा बिना किसी सहारे के खड़ा रहा और ड्रिप को देखता रहा.आमतौर पर ऐसे मरीजों को लिटाकर या बैठाकर ही ड्रिप लगाई जाती है, लेकिन यहां पर लापरवाही साफ दिख रही है.

उसी दिन शाम करीब 5 बजे सड़क हादसे में घायल दो युवको शुभम साकेत और अभिषेक कुमार पटेल को इलाज के लिए अस्पताल लाया गया.प्राथमिक उपचार के बाद इन घायलों को बेड पर जगह देने के बजाय ड्रेसिंग रूम के फर्श पर ही लिटा दिया गया.बताया जा रहा है कि परिजन के आने तक दोनों युवक लगभग आधे घंटे तक फर्श पर ही पड़े रहे। इसके बाद डॉक्टरों ने उन्हें बेड पर शिफ्ट कराया.

इन दोनों घटनाओं को स्थानीय लोगों ने सिर्फ लापरवाही नहीं, बल्कि अमानवीय व्यवहार बताया है। इन घटनाओं के बाद से लोगों में अस्पताल की कार्यप्रणाली को लेकर भारी गुस्सा है और वे स्वास्थ्य विभाग से सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.
डॉक्टर बोले- मरीज नशे में थे, वे खुद की नीचे लेट गए थे
डॉक्टर आरएन पांडे ने बताया कि मरीज जिस वक्त अस्पताल में लाए गए थे, वे गंभीर रूप से घायल थे.

 

काफी ज्यादा नशे में थे। दोनों मरीजों को स्ट्रेचर बेड में लेटाया गया था, जिसमें से एक थोड़ी देर वह खुद नीचे उतर कर लेट गया था, वहीं दूसरा बेड पर ही लेटा रहा। इसके बाद परिजन पहुंचे और उसे सतना जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया. वहीं बच्चे को खड़े-खड़े ड्रिप लगाने के मामले में नर्स के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

 

उल्लेखनीय है कि रीवा कमिश्नर बीएस जामोद ने कल ही सिविल अस्पताल का आकस्मिक निरीक्षण कर व्यवस्था को दुरुस्त रखने, बिना बताए अस्पताल से नदारद रहने वाले डॉक्टर के खिलाफ नोटिस जारी करने को कहां था.इसके बाद भी अस्पताल का हाल बेहाल है.

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