यूपी : बलिया से बड़ी खबर सामने आई है प्रदेश सरकार के तीन मंत्रियों पर कार्यवाही की मांग करते हुए सीएम योगी को पत्र भेजा गया है और यह पत्र शेरे बलिया चित्तू पांडेय के नाती सत्य प्रकाश मुन्ना उपाध्याय ने भेजा है.
मुन्ना उपाध्याय ने कहा कि भारत छोड़ो आंदोलन के अंतर्गत बलिया जनपद का अपना अलग महत्व है पूरे देश में बलिया इकलौता ऐसा जिला है जिसने सन 1942 में 78 लोगों को अंग्रेजों के गोलियों का निशाना बनाना पड़ा और लगभग डेढ़ हजार लोगों को पुलिस की लाठी डंडा आर्थिक जुर्माना सहना पड़ा इसके अलावा हजारों लोगों को किसी न किसी तरीके से परेशानी झेलनी पड़ी इसका जिक्र भारत रत्न पंडित जवाहरलाल नेहरू ने अपनी चर्चित पुस्तक ‘भारत एक खोज’ के अंतर्गत ‘भारत छोड़ो आंदोलन में बलिया दोबारा जीत गया’ के नाम से पूरा एक अध्याय लिखा है.
जिसके परिणाम स्वरूप बलिया जनपद 19 अगस्त 1942 को आजाद हो गया था इस दिन को याद करने के लिए 19 अगस्त 1992 को जब पूरे देश में भारत छोड़ो आंदोलन की 50 वीं वर्षगांठ मनाई जाने वाली थी पूर्व प्रधानमंत्री नरसिंह राव ने बलिया आने के लिए कार्यक्रम बनाया बलिया के कांग्रेसियों ने सभी दलों से विचार विमर्श करके 1942 के त्याग बलिदान को याद करने के लिए बलिया बलिदान दिवस समारोह आयोजन करने का निर्णय लिया जिसमें जिला प्रशासन का भरपूर सहयोग मिलता रहा.
बताया सन 1942 से आज तक लगातार समाज की हर वर्ग राजनीतिक दल व्यापारी सामाजिक संस्थाओं ने बढ़-चढ़कर बलिया बलिदान दिवस में भाग लिया स्वयं आप भी इस कार्यक्रम में आए हुए हैं लेकिन कुछ वर्षों से इस कार्यक्रम के साथ छेड़छाड़ करना प्रारंभ कर दिया गया है.प्रथम सन 1942 की क्रांतिकारी ने जेल से रहा रिहा होने के बाद जिस स्थान पर सभा करके स्वतंत्र सरकार का गठन किया आपके कैबिनेट मंत्रियों ने उस स्थान पर सभा करना बंद कर दिया है.
दूसरा इस वर्ष उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष श्री अजय राय जी को कांग्रेस जनों के निमंत्रण बलिया बलिदान दिवस मैं आए थे पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार 9:00 बजे प्रातः जेल का फाटक जिला अधिकारी के द्वारा खोला जाना था निर्धारित समय पर आपके कैबिनेट के तीन मंत्री समय से नहीं पहुंच पाए निर्धारित कार्यक्रम में यह भी निश्चित होता है कि 8:50 पर जेल का फाटक खोलकर सेनानी सहित उनके उत्तराधिकारी को अंदर कर लिया जाता है तत्पश्चात 9:00 बजे जेल का फाटक खोला जाता है जब 9:00 बज गया मंत्री जिला अधिकारी के साथ मौके पर पहुंचे जिला अधिकारी ने जेल का फाटक खोला जेल में बंद सारे सेनानी एवं उनके उत्तराधिकारी नारा लगाते निर्धारित समय से जेल से बाहर निकल गए लेकिन आपके कैबिनेट के तीन मंत्री जेल के अंदर जाकर जेल का फाटक बंद करने का आदेश दिया.
आरोप लगाया कि जब बलिया बलिदान दिवस का जुलूस जिसमें सर्वदलीय लोग थे जिले के व्यापारी बंधु सहित सभी सामाजिक संगठनों ने नारे लगाते हुए जुलूस को आगे लेकर बढ़ गए लेकिन इन लोगों ने जुलूस का तारतम तोड़कर अंदर रहना ही उचित समझा बाद में लोगों ने दोबारा जेल का फाटक खोलकर अपना अलग जुलूस निकाल के बलिया बलिदान दिवस को अपमानित करने का काम इन लोगों ने किया.
कहा इस पत्र के माध्यम से जिले के तमाम सेनानी उत्तराधिकारियों की तरफ से दुखी मन से मुझे आपको अवगत कराने के लिए अधिकृत किया गया है इस कृत्य के लिए इनके ऊपर अनुशासनात्मक कार्रवाई किया जाए जिससे बलिया बलिदान दिवस के गरिमा के साथ भविष्य में कोई छेड़छाड़ करने की कोशिश ना करें.आप को बताते चले कि बलिया के प्रभारी मंत्री दयाशंकर सिंह, दयालु, परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह और अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री दानिश आज़ाद अंसारी के खिलाफ कार्यवाही की मांग किया है.