दीपावली में अभी दो महीने… विंडो खुलते ही ‘NO-ROOM’ हो गईं ट्रेनें; अब कैसे मिलेगा रेलवे टिकट?

दिपावली में अभी दो महीने का समय है लेकिन ट्रेनें अभी से ही फुल हो चुकी हैं. टिकट के लिए लोग परेशान हैं. विंडो खुलते ही सभी ट्रेनें नो रूम हो गई हैं. यानी ट्रेनों में यात्रा के लिए टिकट नहीं बचे हैं. ये समस्या राजस्थान, उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल जाने वाली ट्रेनों में ज्यादा है. अपने घर से दूर दूसरे राज्यों में रहने वाले लोग त्योहार के समय गांवों की तरफ लौटते हैं. ऐसे में हर वर्ष दीपावली और छठ के दौरान ट्रेनों में टिकट की समस्या विकराल हो जाती है.

इन त्योहारों के मौकों पर चलने वाली देशभर की 2500 से ज्यादा ट्रेनें अभी से फुल हो गई हैं. एसी से लेकर नॉन एसी हर एक श्रेणी के ट्रेनों की टिकटे बुक हो चुकी हैं. दिवाली के मौके पर घर जाने वाले लोगों के लिए मंगलवार सुबह 08:00 बजे से बुकिंग शुरू हुई. विंडो खुलते ही महज 8 मिनट में सभी ट्रेनें नो रूम हो गई. यानी महज 8 मिनट में बुकिंग बंद हो गई.

फ्लाइट का टिकट भी हो सकता है मंहगा

ऐसे में अब राजस्थान, उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल और असम राज्य को जाने वाले लोगों को ट्रेनों की संख्या और कोच में बढ़ोतरी से उम्मीद है. इन राज्यों में आने वाली ट्रेन में सबसे ज्यादा हाउसफुल हैं. ट्रेन में कोच की संख्या बढने और स्पेशल ट्रेनों के चलने सें 25 प्रतिशत तक वेटिंग कन्फर्म हो सकते हैं. दिपावली के मौके पर भीड़ को देखते हुए फ्लाइट का टिकट भी 3 से 4 गुना तक महंगा होना तय माना जा रहा है.

क्या है एक्सपर्ट का कहना?

रिजर्वेशन एक्सपर्ट नीरज चतुर्वेदी और राजीव गुप्ता ने बताया कि दु्र्गा पूजा, दिवाली और छठ पूजा के दौरान 15 सितंबर से 2 नवंबर तक जयपुर से किसी भी ट्रेन में यूपी, बिहार, बंगाल जाना मुश्किल है. दिपावली, छठ और दर्गा पूजा जैसे अन्य बड़े त्योहारों पर देश के बड़े शहरों से आने जाने वाली ट्रेनों का यही हाल रहता है.

हर कोच में वेटिंग

रेलवे ने आदेश जारी किया था कि 25 प्रतिशत से अधिक वेटिंग टिकट जारी नहीं होंगे, लेकिन अब लोगों की परेशानी को देखते हुए रेलवे ने इस सीमा को 50 से 60 प्रतिशत तक बढ़ा दिया है. फस्ट एसी में भी 55 वेटिंग है. वहीं थर्ड एसी और स्लीपर में तो 300 से 400 वेटिंग तक टिकट बुक हो रहे हैं.

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