सूरजपुर: सड़क दुर्घटनाओं में लगातार हो रही मौतों को रोकने और घायलों को समय रहते बेहतर इलाज दिलाने के उद्देश्य से शासन द्वारा संचालित राहवीर योजना को लेकर सूरजपुर पुलिस ने आम जनता से विशेष अपील की है. पुलिस अधिकारियों ने कहा कि दुर्घटना के बाद का पहला घंटा यानी ‘गोल्डन ऑवर’ घायल की जान बचाने में सबसे अहम होता है. इस समय पर यदि कोई सज्जन नागरिक मानवता दिखाते हुए घायल को अस्पताल पहुंचा देता है तो उसकी जान बचाई जा सकती है.
घायलों को अस्पताल पहुंचाने वालों को मिलेगा सम्मान
छत्तीसगढ़ शासन ने राहवीर योजना के तहत ऐसे नागरिकों को सम्मानित करने का निर्णय लिया है, जो सड़क हादसों में घायलों की मदद करेंगे. इन्हें न केवल प्रशस्ति पत्र दिया जाएगा, बल्कि आर्थिक प्रोत्साहन राशि भी प्रदान की जाएगी. इससे मददगार नागरिकों का हौसला और बढ़ेगा. पुलिस ने जिलेवासियों से अपील करते हुए कहा कि सड़क हादसे के समय घायल को कभी अकेला न छोड़ें, तुरंत 112 डायल कर पुलिस और एंबुलेंस को सूचना दें.
यदि संभव हो तो किसी भी साधन से घायल को नजदीकी अस्पताल पहुंचाएं. साथ ही पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया कि राहगीरों को किसी कानूनी कार्यवाही का डर नहीं होना चाहिए. शासन इस योजना के माध्यम से ऐसे सज्जन नागरिकों को और अधिक प्रोत्साहित कर रहा है.
मानवता और सुरक्षा का संदेश
सूरजपुर पुलिस अधीक्षक ने कहा कि किसी की जान बचाने से बड़ा पुण्य कोई नहीं है. राहवीर योजना न केवल घायल को नया जीवन देगी, बल्कि समाज में मानवता का जिंदा उदाहरण भी बनेगी.