इटावा: जसवंतनगर में नगर पालिका की लापरवाही ने लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है। कचौरा बाईपास मार्ग पर रेलवे पुल के पास नगर पालिका द्वारा ट्रैक्टर-ट्रॉलियों से लाकर सड़क किनारे कचरा डंप किया जा रहा है. इतना ही नहीं, इस कचरे को खुले में जला दिया जाता है, जिससे क्षेत्र में जहरीला धुआं फैल रहा है.
यह मार्ग अत्यधिक व्यस्त है और प्रतिदिन सैकड़ों वाहन यहां से गुजरते हैं, जिनमें बाह, आगरा और धौलपुर की बसें भी शामिल हैं. जलते कचरे से उठने वाला धुआं दृश्यता को कम कर दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ा रहा है. राहगीरों और यात्रियों को सांस लेने में तकलीफ हो रही है, जबकि धुआं एलर्जी और अस्थमा जैसी बीमारियों का कारण बन रहा है.
विशेषज्ञों के अनुसार, खुले में कचरा जलाने से कार्बन मोनोऑक्साइड और डाइऑक्सिन जैसी जहरीली गैसें निकलती हैं, जो न केवल मानव स्वास्थ्य बल्कि पर्यावरण के लिए भी गंभीर रूप से हानिकारक हैं. हवा चलने पर कचरे की बदबू तहसील कार्यालय तक पहुंच जाती है, जिससे सरकारी दफ्तरों में भी परेशानी हो रही है.
राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) के नियमों का उल्लंघन करते हुए नगर पालिका द्वारा यह अवैध निस्तारण किया जा रहा है. नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी श्याम बचन ने कहा कि कर्मचारियों की लापरवाही की जांच कराई जाएगी और दोषियों पर विभागीय कार्रवाई होगी. हालांकि, अब तक कूड़े के वैज्ञानिक और वैकल्पिक निस्तारण की कोई ठोस व्यवस्था नहीं की गई है.