पटना : राजधानी पटना में डेंगू का खतरा लगातार बढ़ रहा है.इस बीच नगर निगम के सफाईकर्मी और वाटर बोर्ड के कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं. हड़ताल के कारण शहर की सफाई व्यवस्था पूरी तरह से ठप हो गई है, जिससे गंदगी और जलजमाव के बीच डेंगू व मलेरिया जैसी बीमारियों का खतरा और बढ़ गया है.करीब 4,000 से अधिक कर्मचारी पटना नगर निगम चतुर्थवर्गीय कर्मचारी महासंघ के बैनर तले अपनी 11 सूत्री मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। इनमें प्रमुख मांगें है. दैनिक वेतनभोगियों की सेवा स्थायी करना, निजीकरण समाप्त करना, प्रभारी व्यवस्था खत्म करना, समान काम के लिए समान वेतन देना और बकाया राशि का तत्काल भुगतान.
महासंघ के प्रधान महासचिव नंद किशोर दास ने बताया कि हड़ताल से पहले कर्मचारियों ने मेयर, डिप्टी मेयर, कार्यपालक पदाधिकारी और नगर विकास मंत्री को मांगपत्र सौंपा था. लेकिन प्रशासन की ओर से किसी स्तर पर बातचीत नहीं की गई, जिसके कारण कर्मियों को हड़ताल का रास्ता अपनाना पड़ा. उन्होंने कहा कि जल्द ही प्रदर्शनकारी कर्मचारी सीएम हाउस तक पैदल मार्च करेंगे.
बारिश के मौसम में सफाई व्यवस्था रुकने से पटना की लगभग 25 लाख की आबादी पर संकट गहरा गया है. शहर में पहले से ही जगह-जगह जलजमाव की स्थिति बनी हुई है. यही वजह है कि डेंगू का प्रकोप तेजी से फैल रहा है। मंगलवार को ही पूरे पटना में 150 नए डेंगू मरीज पाए गए.