देवास। मध्य प्रदेश के देवास जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं की लापरवाही का बड़ा मामला सामने आया है। नेमावर क्षेत्र में एक गर्भवती महिला को समय पर एंबुलेंस न मिलने की वजह से घर पर ही प्रसव करना पड़ा। प्रसव के कुछ देर बाद नवजात की हालत बिगड़ गई और अस्पताल पहुंचने से पहले ही उसकी मौत हो गई।
जानकारी के अनुसार, नेमावर वार्ड क्रमांक-12 की रहने वाली अनीता को प्रसव पीड़ा शुरू हुई थी। परिजनों ने 108 एंबुलेंस को कई बार कॉल किया लेकिन वाहन समय पर नहीं पहुंचा। काफी इंतजार के बाद प्रसव घर पर ही हो गया। इसके बाद परिजन महिला और नवजात को लोडिंग वाहन से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नेमावर लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने नवजात को मृत घोषित कर दिया।
अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि महिला का प्रसव बिना दर्द के हुआ था, लेकिन एंबुलेंस समय पर नहीं मिलने के कारण अस्पताल लाने में देरी हो गई। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने इस घटना की जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों तक पहुंचा दी है। फिलहाल प्रसूता को खातेगांव अस्पताल लाकर निगरानी में रखा गया है और उसकी हालत सामान्य बताई जा रही है।
इस घटना के बाद परिवार ने नवजात की मौत के लिए एंबुलेंस सेवा की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराते हुए कार्रवाई की मांग की है। ग्रामीणों का कहना है कि जिले में कागजों पर 44 एंबुलेंस होने का दावा किया जाता है, लेकिन जरूरत पड़ने पर समय पर गाड़ियां उपलब्ध नहीं हो पातीं।
खातेगांव के ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर डॉ. तुषार गुप्ता ने बताया कि जैसे ही सूचना मिली, एक पुरानी एंबुलेंस का इस्तेमाल कर महिला को खातेगांव अस्पताल लाया गया। मामले की जांच की जा रही है।
गौरतलब है कि इससे पहले भी खातेगांव विकासखंड में एंबुलेंस समय पर न पहुंचने के कई मामले सामने आ चुके हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि बार-बार ऐसी घटनाएं होने के बावजूद प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहा है।