यूपी : बलिया में झोलाझाप डाक्टर से जुड़ा एक हैरान कर देने वाला मामला आया है जिसे सुनकर आप भी हैरान हो जाएंगे। दरअसल एक पीड़ीता प्रसूता अपने दूधमुंहे बच्चे को लेकर डीएम कार्यालय पहुंची.जहां पीड़ीता ने डीएम मंगला प्रसाद सिंह को शिकायती पत्र दिया.डीएम ने सीएमओ को मामले की जांच के लिए निर्देश दिये हैं.
दरअसल पीड़िता खुशबू देवी पत्नी ब्रह्मानन्द चौहान निवासी सहुलाई तकिया थाना पकड़ी को 17 जुलाई को पीएचसी गड़मलपुर पर डिलीवरी हुई.जहां से डिस्चार्ज होने के बाद पुनः तबियत खराब हो गयी।खुश्बू के बायें कांख में दर्द होने लगा. तब खुशबू अपने देवर श्रीभगवान चौहान के साथ उशसा चट्टी पर डा.अजय यादव के दवाखाने गयी.
खुश्बू ने बताया कि डा. अजय ने बिना चेक किये ही मना करने के बावजूद जबरदस्ती काख में बने घाव का आपरेशन कर दिया.जिससे हमारी तकलीफ और बढ़ गयी।जब हम पुनः डा.अजय के यहां दिखाने गये तो उन्होंने एक बार फिर उसी जगह पर आपरेशन कर दिया.हमारी तकलीफ और बढ़ गयी. फिर हमें घरवाले डा.अजय के पास ले गये तो उन्होंने डा.पीएल गुप्ता के यहां भेज दिया.जहां डा.पीएल गुप्ता ने एक सप्ताह की दवा दी.एक सप्ताह बाद हम जब पुनः गये तो डा.पीएल गुप्ता ने बताया कि आपरेशन के कारण नस कट गया है.जिसकी वजह से आपके बगल(कांख) से दूध गिर रहा है.
जिसका आपरेशन करना पड़ेगा।जिसमें करीब करीब बीस हजार का खर्च आयेगा. इस बीच हमें जानकारी मिली की डा.अजय बिना पढा लिखा झोलाछाप डाक्टर है.हम डा.अजय से मिलने गये कि आपरेशन में आप सहयोग कर दीजीए.हम बहुत गरीब है तो उन्होंने हमारे देवर को गाली गुप्ता देते हुए मारपीट कर भगा दिये।पीड़ीता ने डीएम से झोलाछाप डा.अजय के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की मांग की है.