भिलाई नगर निगम और टाउनशिप एरिया में गणेश उत्सव, दुर्गोत्सव और दशहरा जैसे धार्मिक आयोजनों में मनमानी वसूली पर प्रशासन ने कड़ा रुख अपनाया है।
सेक्टर 1 से 9 तक के धार्मिक कार्यक्रमों में श्रद्धालुओं से पार्किंग के नाम पर 20 से 100 रुपए तक वसूले जा रहे थे। समाजसेवी जसप्रीत सिंह ने इस मामले में दुर्ग कलेक्टर और बीएसपी के मुख्य महाप्रबंधक से हस्तक्षेप की मांग की है।
श्रद्धालुओं को एक पंडाल के दर्शन के लिए 400 से 500 रुपए तक खर्च करने पड़ते हैं। इसमें पार्किंग और प्रवेश शुल्क शामिल है। वाहनों की सुरक्षा की कोई गारंटी नहीं होती। पार्किंग शुल्क देने से मना करने पर समिति के लोग श्रद्धालुओं से अभद्र व्यवहार करते हैं।
अवैध पार्किंग शुल्क वसूलने वाली समितियों पर कार्रवाई की मांग
जसप्रीत सिंह ने मांग की है कि सभी समितियों को मूर्ति और झांकी दर्शन नि:शुल्क कराने के निर्देश दिए जाएं। अवैध पार्किंग शुल्क वसूलने वाली समितियों पर कार्रवाई की जाए। उन्होंने सुझाव दिया कि ऐसी समितियों पर मनोरंजन कर लगाया जाए।
सेक्टर-1 से 9 तक की मुख्य सड़कों पर समितियां पार्किंग शुल्क वसूलती हैं। प्रशासन ने तय किया है कि इस बार किसी भी समिति को पार्किंग शुल्क वसूलने की अनुमति नहीं दी जाएगी। साथ ही पर्याप्त नि:शुल्क पार्किंग की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी।
नगर निगम को दिए गए आवश्यक निर्देश
इस मामले पर कलेक्टर अभिजीत सिंह ने स्पष्ट कहा है कि नगर निगम को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं। बिना पार्किंग व्यवस्था के किसी भी आयोजन को अनुमति नहीं मिलेगी। यदि सड़क पर पार्किंग की स्थिति बनती है तो आयोजन की अनुमति ही निरस्त कर दी जाएगी।
शिकायतकर्ता ने कहा कि इस बार प्रशासन की सख्ती से उम्मीद है कि धार्मिक आयोजनों में श्रद्धालुओं को श्रद्धा और भक्ति के साथ बिना किसी अतिरिक्त आर्थिक बोझ के दर्शन का अवसर मिलेगा।