सूरजपुर :पुलिस कार्यालय सभाकक्ष में गुरुवार, 21 अगस्त 2025 को सूरजपुर नगर के सभी बैंक शाखा प्रबंधकों की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई. बैठक की अध्यक्षता डीआईजी एवं एसएसपी सूरजपुर प्रशांत कुमार ठाकुर ने की.इस बैठक का मुख्य उद्देश्य साइबर अपराध की रोकथाम, पुलिस-बैंक कर्मियों के बीच सामंजस्य बढ़ाना और बैंकिंग प्रक्रियाओं में पारदर्शिता लाना था.
बैंक और पुलिस मिलकर रोकेंगे साइबर फ्रॉड
डीआईजी-एसएसपी ने कहा कि साइबर अपराधियों को पकड़ने में बैंक की भूमिका बेहद अहम होती है.यदि बैंक जानकारी देने में देरी करते हैं तो अपराधी आसानी से फरार हो सकते हैं.बैंक प्रबंधकों को निर्देश दिए गए कि—
पुलिस द्वारा मांगी गई जानकारी तुरंत उपलब्ध कराई जाए.
बैंक खाता खोलते समय पूरी जांच-पड़ताल की जाए।
ग्राहक के दस्तावेजों की पुष्टि और प्रारंभिक पूछताछ कर संतुष्टि के बाद ही खाता खोला जाए.
खाता धारक का आधार से लिंक मोबाइल नंबर दर्ज किया जाए.
संदिग्ध लेन-देन की सूचना पर तुरंत कार्रवाई कर खाते को होल्ड किया जाए.
किसी भी लोन स्वीकृत करने से पहले संबंधित व्यक्ति की मौजूदगी में तस्दीक की जाए.
संदिग्ध खाते में अत्यधिक लेन-देन या बड़ी ट्रांजेक्शन पर निगरानी रखी जाए और पुलिस को सूचना दी जाए।
यह कदम साइबर बैंकिंग फ्रॉड और फर्जी खातों के जरिए हो रहे अपराधों को रोकने में सहायक होंगे.
जनता को समझना होगा साइबर अपराध का तरीका
डीआईजी-एसएसपी ने कहा कि यदि कोई देर रात फोन कर आपके बैंक खाते को बंद होने की बात करता है, तो समझ लें कि वह साइबर अपराधी है.बैंक कभी भी ऐसे कॉल नहीं करते। सावधानी ही सबसे बड़ी सुरक्षा है.आने वाले दिनों में सोशल मीडिया, जनप्रतिनिधि, नागरिक समाज और कानून के जानकारों के माध्यम से साइबर अपराध से बचाव के लिए बड़े पैमाने पर जागरूकता अभियान चलाया जाएगा.
पुलिस-पब्लिक कनेक्ट होगा मजबूत
थानों और सार्वजनिक स्थलों पर साइबर फ्रॉड जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे.साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 का व्यापक प्रचार कर लोगों को रिपोर्टिंग के लिए प्रेरित किया जाएगा.साथ ही, पुलिस कंट्रोल रूम और थानों के संपर्क नंबर भी हर बैंक परिसर में लिखवाए जाएंगे ताकि जरूरत पड़ने पर तत्काल मदद मिल सके.
बैठक में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संतोष महतो, थाना प्रभारी सूरजपुर विमलदेश दुबे, साइबर सेल प्रभारी राकेश यादव सहित भारतीय स्टेट बैंक, सेंट्रल, पंजाब नेशनल, आईडीबीआई, यूको, जिला सहकारी, एचडीएफसी, आईसीआईसीआई और यूनियन बैंक के प्रबंधक व उनके प्रतिनिधि मौजूद रहे.