अजमेर: 18 महीनों से खुले में चल रही जेठाना आगनबाड़ी, भवन क्षतिग्रस्त; डेढ़ साल पहले कलेक्टर ने किया था निरीक्षण

अजमेर... निकटवर्ती ग्राम जेठाना में चल रहे आंगनबाड़ी सेवा केंद्र का भवन 18 माह पूर्व ही क्षतिग्रस्त हो गया। भवन क्षतिग्रस्त के बाद भी आंगनबाड़ी सेवा खुले में चल रही है। क्षतिग्रस्त भवन के बाद आंगनवाड़ी में मासूम बच्चों को बाहर पढ़ने की जानकारी संबंधित अधिकारियों को होने के बावजूद भी अधिकारियों ने समस्या का समाधान तक नहीं ढूंढा। जानकारी के अनुसार जेठाना में स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में आंगनबाड़ी सेवा केंद्र चल रहा था विद्यालय परिसर में एक भवन आंगनबाड़ी के लिए दिया हुआ है जो 18 माह पूर्व पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। वही भवन के पास पानी एकत्रित हो गया। डेढ वर्ष पूर्व इस आंगनबाड़ी केंद्र पर जिला कलेक्टर व उच्च अधिकारियों द्वारा निरीक्षण किया गया। उस दौरान भवन के पास भर पानी की निकासी के लिए जिला कलेक्टर द्वारा दिशा निर्देश दिए गए। आंगनबाड़ी केंद्र में कार्यकर्ता संतोष व सहयोगिनी हेमलता देपन चल रही है। आंगनवाड़ी में कुल 20 बच्चों की संख्या है। जिनमें चार बच्चों को इस वर्ष केंद्र में दाखिला दिया गया। आंगनबाड़ी केंद्र के लिए भवन क्षतिग्रस्त साथ ही पोषाहार के बनाने के लिए उचित व्यवस्था नहीं होने के कारण पोषाहार की होम डिलीवरी की जा रही है। गोरतलब है कि जेठाना राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में आंगनबाड़ी केंद्र के लिए दिए गए भवन की क्षतिग्रस्त होने की जानकारी पीओ वे संबंधित विभाग के उच्च अधिकारियों को होने के बावजूद भी मासूम बच्चों की और ध्यान नहीं गया और पिछले करीब 18 महीने से बच्चे खुले में पढ़ रहे हैं। ऐसे में कभी बारिश तो कभी तेज धूप का सामना करना पड़ रहा है।

अजमेर: निकटवर्ती ग्राम जेठाना में चल रहे आंगनबाड़ी सेवा केंद्र का भवन 18 माह पूर्व ही क्षतिग्रस्त हो गया.  भवन क्षतिग्रस्त के बाद भी आंगनबाड़ी सेवा खुले में चल रही है.  क्षतिग्रस्त भवन के बाद आंगनवाड़ी में मासूम बच्चों को बाहर पढ़ने की जानकारी संबंधित अधिकारियों को होने के बावजूद भी अधिकारियों ने समस्या का समाधान तक नहीं ढूंढा. जानकारी के अनुसार जेठाना में स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में आंगनबाड़ी सेवा केंद्र चल रहा था.

विद्यालय परिसर में एक भवन आंगनबाड़ी के लिए दिया हुआ है जो 18 माह पूर्व पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया. वही भवन के पास पानी एकत्रित हो गया.  डेढ वर्ष पूर्व इस आंगनबाड़ी केंद्र पर जिला कलेक्टर व उच्च अधिकारियों द्वारा निरीक्षण किया गया. उस दौरान भवन के पास भर पानी की निकासी के लिए जिला कलेक्टर द्वारा दिशा निर्देश दिए गए. आंगनबाड़ी केंद्र में कार्यकर्ता संतोष व सहयोगिनी हेमलता देपन चल रही है.  आंगनवाड़ी में कुल 20 बच्चों की संख्या है.

जिनमें चार बच्चों को इस वर्ष केंद्र में दाखिला दिया गया. आंगनबाड़ी केंद्र के लिए भवन क्षतिग्रस्त साथ ही पोषाहार के बनाने के लिए उचित व्यवस्था नहीं होने के कारण पोषाहार की होम डिलीवरी की जा रही है. गौरतलब है कि जेठाना राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में आंगनबाड़ी केंद्र के लिए दिए गए भवन की क्षतिग्रस्त होने की जानकारी पीओ वे संबंधित विभाग के उच्च अधिकारियों को होने के बावजूद भी मासूम बच्चों की और ध्यान नहीं गया और पिछले करीब 18 महीने से बच्चे खुले में पढ़ रहे हैं. ऐसे में कभी बारिश तो कभी तेज धूप का सामना करना पड़ रहा है.

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