दौसा: शहर के लालसोट रोड पर स्थित श्री कृष्ण अस्पताल में गुरुवार को अचानक आग लग गई. आग की वजह से लेबर रूम में भर्ती मरीज को आनन फानन में दूसरे वार्ड में शिफ्ट किया गया. प्राइवेट हॉस्पिटल में आग लगने से हड़कंप मच गया. जहां अचानक धुआं उठता दिखा तो अफरा-तफरी का माहौल हो गया. सूचना पर पुलिस और दमकलकर्मियों ने मौके पर पहुंच आग पर काबू पाया. अस्पताल स्टाफ के साथ साथ वार्ड में भर्ती मरीज और उनके परिजन भी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागते नजर आए.
दरअसल, हॉस्पिटल की तीसरी मंजिल पर स्थित लेबर रूम के विंडो एसी में अचानक आग लग गई. इसके चलते लेबर रूम में रखे सामान में आग पकड़ ली और पूरे अस्पताल परिसर में धुआं ही धुआं हो गया. स्थिति को देखते हुए कुछ देर के लिए अस्पताल में हड़कंप मच गया, हालांकि अस्पताल में लगे फायर फाइटिंग सिस्टम के कारण आग पर समय रहते काबू पा लिया गया, जिससे बड़ा नुकसान होने से बच गया. बाद में सुचना पर दमकल दो गाड़ियां मौके पर पहुंची और आग पर पूरी तरह काबू पाया गया. गनीमत रही कि घटना में कोई हताहत नहीं हुआ.
सूचना मिलते ही दौसा उपखण्ड अधिकारी मूलचंद लुनिया, पुलिस सीओ रवि प्रकाश शर्मा कोतवाल सुधीर कुमार उपाध्याय ,सिविल डिफेंस की टीम मौके में पहुंचे और हालात को नियंत्रण में लिया. चश्मदीद रोहित शर्मा ने बताया कि आग लेबर रूम में लगे ऐसी में शार्ट सर्किट के कारण लगी थी. सभी लोगों को निचे के फ्लोर में जाने के निर्देश दिए गए. अस्पताल में लगे फायर सिस्टम को तुरंत सक्रीय किया गया, जिससे आग को फैलने से रोका जा सका.
इस घटना से सबक लेते हुए अन्य संस्थाओं और प्रतिष्ठानों को भी फायर सिस्टम अनिवार्य रूप से लगवाना चाहिए, ताकि ऐसे समय में जान और माल दोनों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके. श्री कृष्ण हॉस्पिटल में आग लगने के बाद अब नगर परिषद ने भी आंखें खोल ली है. आयुक्त कमलेश कुमार मीणा ने निर्देश दिए है कि नगरपरिषद क्षेत्र में संस्थानों नोटिस जारी किए जाएं. उन्हें फायर सिस्टम लगाने के लिए 7 दिन का समय दिया जा रहा है अगर वे तय समयसीमा में फायरसिस्टम नहीं लगाया गया तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.