एक्टर विजय ने तमिलनाडु में 2026 के विधानसभा चुनावों के लिए किसी भी राजनीतिक दल के साथ गठबंधन से इनकार कर दिया है. मदुरै में तमिलगा वेंट्री कझगम की दूसरी राज्य स्तरीय बैठक में उन्होंने बीजेपी और डीएमके के साथ गठबंधन नहीं करने का ऐलान किया है. विजय ने कहा कि उनकी पार्टी किसी भी ‘गुलाम गठबंधन’ का हिस्सा नहीं बनेगी और वह स्व-सम्मान के साथ गठबंधन करेंगे.
एक्टर विजय ने बीजेपी को ‘फासीवादी’ और डीएमके को ‘जहरीला’ बताया है . उन्होंने कहा कि बीजेपी उनकी एकमात्र वैचारिक दुश्मन है, जबकि डीएमके सियासी दुश्मन है.
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तमिलनाडु की जरूरतों की उपेक्षा करने का आरोप लगाया, जैसे कि नीट को रद्द करना और श्रीलंका द्वारा पकड़े गए मछुआरों को छुड़ाना. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि बीजेपी अल्पसंख्यकों के साथ भेदभाव करती है.
एआईएडीएमके पर सवाल…
एक्टर विजय ने पहली बार एआईएडीएमके की भी आलोचना की. उन्होंने सवाल उठाया कि एमजीआर द्वारा शुरू की गई पार्टी की सुरक्षा कौन कर रहा है और यह पार्टी अब कैसी है. उन्होंने एआईएडीएमके पर बीजेपी के साथ संबंधों को लेकर भी कटाक्ष किया और कहा कि जब भी कोई छापा पड़ता है, तो नेता दिल्ली जाकर नरेंद्र मोदी से मिलते हैं, और उसके बाद मुद्दे शांत हो जाते हैं.
मुख्यमंत्री पर निशाना
विजय ने सीधे तौर पर मुख्यमंत्री एमके स्टालिन को भी निशाना बनाया. उन्होंने महिलाओं को 1000 रुपये देने पर सवाल उठाया और कहा कि क्या यह उन महिलाओं की आवाज सुनने के लिए काफी है, जो रो रही हैं? उन्होंने स्टालिन पर महिलाओं, परंधुर एयरपोर्ट के किसानों और मछुआरों को धोखा देने का आरोप लगाया.
विजय ने कहा कि उनकी पार्टी तमिलनाडु में सभी 234 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. उन्होंने खुद को ‘शेर’ बताते हुए कहा कि जंगल में केवल एक ही शेर होता है और शेर हमेशा शेर रहता है. उन्होंने 1967 और 1977 के चुनाव परिणामों की पुनरावृत्ति की बात करते हुए कहा कि 2026 में इतिहास खुद को दोहराएगा. उन्होंने यह भी कहा कि वह राजनीति में अपनी ‘बाजार’ खोने के बाद नहीं आए हैं, बल्कि लोगों की सेवा के लिए आए हैं.