बिहार के सिवान से जिले के एक अस्पताल में लापरवाही हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां एक ऐसा आलम देखने को मिला है, जिससे मरीज की जान पर बन आई. मामला अब थाने में पहुंच गया है. दरअसल, कबीरपुर गांव के रहने वाले दिनानाथ ठाकुर खांसी और बुखार की समस्या को लेकर के मैरवा रेफरल अस्पताल में गए थे. वहां दवा लिखने के बाद उन्हें इंजेक्शन लगा दिया गया.
जब परिजनों ने अस्पताल की पर्ची को देखा तो उनके होश उड़ गए. उन्होंने उस पर्ची पर एंटी-रेबीज वैक्सीन लिखा हुआ पाया. मरीज के परिजनों का कहना था कि दीनानाथ खांसी और बुखार से पीड़ित थे. लेकिन डॉक्टर और नर्स की लापरवाही के कारण उन्हें कुत्ते के काटने का इंजेक्शन दे दिया गया. अस्पताल की इस लापरवाही के बाद दीनानाथ के परिजन आक्रोशित हो गए. उन्होंने डॉक्टर और नर्स से पूछताछ की.
डॉक्टर ने की मामला शांत करने की कोशिश
हालांकि डॉक्टर ने इस पूरी घटना की जांच करने की बात कह कर उनको शांत करने की कोशिश भी की. बता दे की सिवान राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे का गृह जिला भी है. घटना के बाद पीड़ित मरीज दिनानाथ ठाकुर ने स्थानीय मैरवा थाने में लिखित आवेदन देकर के अस्पताल प्रशासन और संबंधित डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. उनका आरोप है कि अस्पताल और डॉक्टर की इस गंभीर लापरवाही से मरीज की जान को खतरा भी हो सकता है.
परिजन ने की कार्रवाई की मांग
इस संबंध में रेफरल अस्पताल के डॉक्टर की सफाई भी आई है. उनका कहना है कि मरीज खांसी की इलाज कराने आए थे, लेकिन तकनीकी समस्या के कारण गलती हो सकती है. उनका यह भी कहना था कि इस बात की जांच की जा रही है कि आखिर दीनानाथ ठाकुर को कुत्ते के काटने का इंजेक्शन कैसे लगाया गया? इस घटना की इलाके में खूब चर्चा हो रही है. पीड़ित के परिजन डॉक्टर और नर्स के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रह रहे हैं.