इंदौर-उज्जैन-रतलाम-नागदा स्टेशनों से रेलवे की तगड़ी कमाई, प्लेटफार्म टिकटों से 1.58 करोड़ की आय

पश्चिम रेलवे को रतलाम रेल मंडल के अंतर्गत आने वाले इंदौर, महू, उज्जैन, रतलाम और नागदा रेलवे स्टेशनों से प्लेटफार्म टिकटों के जरिए जबरदस्त आय हुई है। आंकड़ों के अनुसार, 1 जनवरी 2024 से 25 फरवरी 2025 तक इन पांच स्टेशनों से 1 करोड़ 58 लाख रुपए से अधिक की आय अर्जित की गई। इसमें सबसे बड़ा योगदान इंदौर रेलवे स्टेशन का है, जिसने अकेले 94 लाख 77 हजार 750 रुपए की कमाई की।

सूचना के अधिकार के तहत मिली जानकारी के मुताबिक, इंदौर स्टेशन के बाद उज्जैन रेलवे स्टेशन ने 35 लाख 11 हजार 430 रुपए, रतलाम स्टेशन ने 21 लाख 66 हजार 290 रुपए, नागदा ने 4 लाख 38 हजार 790 रुपए और डॉ. अंबेडकर नगर महू स्टेशन ने 2 लाख 95 हजार 70 रुपए के प्लेटफार्म टिकट बेचे।

पूर्व सलाहकार समिति सदस्य जगमोहन वर्मा के अनुसार, इंदौर रेलवे स्टेशन रतलाम रेल मंडल का सबसे बड़ा राजस्व देने वाला स्टेशन है। सिर्फ प्लेटफार्म टिकट ही नहीं, बल्कि टिकट आरक्षण, अनारक्षित टिकट बिक्री, केटरिंग, पार्किंग और पार्सल सेवाओं से भी इंदौर स्टेशन ने भारी आय अर्जित की। वित्तीय वर्ष 2024 में इंदौर स्टेशन ने कुल 1 अरब 94 लाख रुपए की आय दर्ज की, जिससे यह पूरे मंडल का सबसे ज्यादा कमाई करने वाला स्टेशन बन गया।

हालांकि आय के मामले में इंदौर रेलवे स्टेशन सबसे आगे है, लेकिन यात्रियों को यहां कई मूलभूत सुविधाओं की कमी का सामना करना पड़ रहा है। प्लेटफार्म पर भीड़ और पर्याप्त सुविधाएं न होने की शिकायतें समय-समय पर उठती रही हैं।

स्पष्ट है कि इंदौर रेलवे स्टेशन न केवल मध्य प्रदेश बल्कि पूरे पश्चिम रेलवे के लिए आय का मजबूत केंद्र बन गया है। वहीं उज्जैन, रतलाम और नागदा जैसे अन्य स्टेशन भी लगातार आय के नए रिकॉर्ड बना रहे हैं।

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