बांसवाड़ा: महाराष्ट्र के सबसे बड़े झरने पर रस्सी प्रतीकर्षण करने पहुंची राजस्थान की पहली आदिवासी युवती

बांसवाड़ा: राजस्थान की बिटिया ने साहसिक खेल में बड़ा कारनामा किया है. वह महाराष्ट्र के सबसे बड़े झरने पर रस्सी प्रतिकर्षण के लिए पहुंची. ऐसा करने वाली मुकुल पटेल राजस्थान की पहली आदिवासी युवती बानी है. जिले के आनंदपुरी क्षेत्र के बावड़ी निवासी मुकुल पटेल ने बाहरी राज्य में रहते हुए अपने कार्य के साथ-साथ अपनी यात्रा 21 अगस्त को शुरू कर 22 अगस्त को समाप्त की. उसने महाराष्ट्र के स्थानीय युवाओं से पूछताछ के बाद सबसे खतरनाक “मावल रेंज” के जंगल को चढ़ाई करने के लिए चुना. सीधी चढ़ाई काफी मशक्कत के साथ पूर्ण की और “पहाड़ बचाओ” का संदेश दिया.

साथ ही सबसे बड़े झरने “शितकड़ा” पर साहसी हृदय रखते हुए झरने के बहते पानी में 400 फीट रस्सी प्रतीकर्षण का रोमांचक अनुभव किया. नदी पार करने के बाद उनका सामना एक सांप से भी हुआ जिसने हाथ पर डंक मारने की पूरी कोशिश की लेकिन बिना जहर के होने के कारण कोई नुकसान नहीं पहुंचा.

मुकुल ने बताया कि प्रकृति अपने आप में बहुत कुछ समेटे हुए है. उन्होंने प्रकृति से सीखकर उसे संजोए रखने की जरूरत बताई. मुकुल ने कहा कि किसी भी चीज को करने में खुद के हौसले और हिम्मत की जरूरत होती है. मुकुल ने अपील करते हुए कहा कि बेटियों को अपने हिस्से का जीवन आजादी से जीने के साथ उसे ऐसा बनाने की कोशिश करें ताकि अकेले भारत के किसी भी कोने में सफर कर सके. उसने यह भी बताया कि वह अपने आप को बहुत खुशकिस्मत मानती है कि उनके माता-पिता ने उनको एक आजाद जीवन दिया और वह हमेशा उस पर खरी उतरती है. यह जानकारी राहुल भूरिया ने दी.

Advertisements
Advertisement