उदयपुर: जमीन प्रकरण में फरार चल रहे कुख्यात अपराधी दिलीप नाथ का सहयोगी और हार्डकोर अपराधी गजेन्द्र चौधरी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस अधीक्षक योगेश गोयल ने इस अपराधी की गिरफ्तारी पर 2,000 रुपये का इनाम घोषित किया था. चौधरी पर आरोप है कि उसने अपने साथियों के साथ मिलकर एक पीड़ित से उसकी जमीन का जबरन एग्रीमेंट करवाकर 35 लाख 50 हजार रुपये की अवैध वसूली की थी.
इस मामले में पहले ही दिलीप नाथ के अन्य सहयोगी नरेश वैष्णव, नरेश पालीवाल, नारायणदास वैष्णव और लखन खटीक को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है. पुलिस के अनुसार यह गैंग पीड़ित को उसके घर के बाहर से जबरन उठाकर बड़गाँव तहसील कार्यालय ले गई थी. वहां जान से मारने की धमकी देकर पीड़ित से जमीन का एग्रीमेंट कराया गया और बाद में उसकी बच्ची को भी नुकसान पहुंचाने की धमकी देकर लाखों रुपये वसूले गए. इस घटना के बाद सुखेर पुलिस थाने में एफआईआर नंबर 121/25 दर्ज की गई थी.
इस केस की जांच अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गोपाल स्वरूप मेवाड़ा के निर्देशन में पुलिस उप अधीक्षक सूर्यवीर सिंह राठौड़ कर रहे हैं. पुलिस की टीम लंबे समय से गजेन्द्र चौधरी की तलाश में जुटी थी. वह गिरफ्तारी से बचने के लिए लगातार फरार चल रहा था.
22 अगस्त 2025 को मुखबिर से मिली पुख्ता सूचना पर पुलिस ने गिर्वा क्षेत्र में दबिश दी और गजेन्द्र चौधरी को गिरफ्तार कर लिया. इस कार्रवाई में पुलिस उप अधीक्षक सूर्यवीर सिंह राठौड़ के साथ एएसआई करण सिंह, हेड कांस्टेबल अर्जुन सिंह, हेड कांस्टेबल प्रकाश और कांस्टेबल अजयपाल सिंह मौजूद रहे.
पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार गजेन्द्र चौधरी के खिलाफ पहले से ही कई गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं. उसकी गिरफ्तारी से पुलिस को संगठित अपराध पर अंकुश लगाने में बड़ी सफलता मिली है. पुलिस अधीक्षक योगेश गोयल ने कहा कि उदयपुर पुलिस अपराधियों के खिलाफ लगातार सख्त कार्रवाई कर रही है और अपराधियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा.
गजेन्द्र चौधरी की गिरफ्तारी से न केवल जमीन विवाद से जुड़े इस गंभीर मामले की जांच को मजबूती मिलेगी, बल्कि शहर में आपराधिक गतिविधियों पर भी कड़ा संदेश जाएगा कि कानून के शिकंजे से बचना नामुमकिन है.