केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO) ने गुरुवार को एक बड़ी स्वास्थ्य चेतावनी जारी की है. यह चेतावनी डेनमार्क की दवा कंपनी नोवो नॉर्डिस्क (Novo Nordisk) की कई खेपों की चोरी के बाद दी गई है. चोरी हुई दवाओं में इंसुलिन और हाल ही में बाजार में उतारी गई वजन घटाने की लोकप्रिय दवा Wegovy शामिल हैं.
इंसुलिन और वजन घटाने वाली दवाओं की हुई चोरी
जानकारी के अनुसार दवाओं की यह खेप कंपनी के भिवंडी हब से नागपुर, रायपुर, कटक और कोलकाता जैसे शहरों में सप्लाई के लिए भेजी गई थी. ट्रांजिट के दौरान इनकी चोरी हो गई. चोरी हुई खेपों में इंसुलिन ब्रांड Ryzodeg FlexTouch, Fiasp (Penfill और FlexTouch) और वेगोवी की तीन डोज़ (0.25 mg, 0.5 mg और 1 mg) शामिल हैं. फिलहाल इस मामले की जांच पुलिस कर रही है.
सीडीएससीओ ने अपनी चेतावनी में कहा कि ये सभी इंजेक्टेबल दवाएं हैं, जिन्हें 2 से 8 डिग्री सेल्सियस के तापमान पर स्टोर करना अनिवार्य है. यदि इन्हें गलत तरीके से हैंडल किया गया या तापमान नियंत्रित नहीं रहा, तो इनकी गुणवत्ता प्रभावित हो सकती है. ऐसे में मरीजों की सेहत पर गंभीर खतरा पैदा हो सकता है.
चेतावनी पत्र में साफ तौर पर कहा गया है, ‘इन दवाओं को निर्धारित तापमान पर ही रखा जाना चाहिए, यदि ऐसा नहीं हुआ तो दवा की गुणवत्ता खराब हो सकती है और इससे मरीजों की सुरक्षा खतरे में पड़ सकती है.’
CDSCO ने जारी की चेतावनी
नियामक ने राज्य औषधि नियंत्रकों को निर्देश दिया है कि वो इन उत्पादों के वितरण पर कड़ी निगरानी रखें और Drugs and Cosmetics Act, 1940 के तहत कार्रवाई करें. साथ ही, स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े प्रदाताओं को मरीजों को जागरूक करने, किसी भी प्रतिकूल असर की तुरंत रिपोर्ट करने और यह सुनिश्चित करने की सलाह दी गई है कि दवाएं केवल अधिकृत स्रोतों और वैध इनवॉइस के साथ ही खरीदी जाएं.
विशेषज्ञों के अनुसार, जहां नोवो नॉर्डिस्क की इंसुलिन भारत में लंबे समय से इस्तेमाल की जा रही है, वहीं वजन घटाने की दवा Wegovy को जून 2025 के अंत में ही भारतीय बाजार में लॉन्च किया गया था. ऐसे में इसकी चोरी मरीजों के बीच और भी चिंता का विषय बन गई है.