उज्जैन जिले के सेवरखेड़ी में बन रहे डैम और कान्ह क्लोज डक्ट परियोजना का जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने निरीक्षण किया। शुक्रवार को मंत्री सिलावट परियोजना की गहरी टनल और होल में लिफ्ट से नीचे उतरे। इस दौरान जब मीडिया ने उनसे पूछा कि इतनी गहराई में जाने से उन्हें डर नहीं लगता तो मंत्री सिलावट ने हंसते हुए जवाब दिया, “तुलसीराम सिलावट को कभी डर नहीं लगता, अगर डरता तो सरकार नहीं गिराता।” उनके इस जवाब पर वहां मौजूद लोग मुस्कुराने लगे और मंत्री तुरंत आगे रवाना हो गए।
कान्ह क्लोज डक्ट परियोजना शिप्रा नदी को प्रदूषण से बचाने और प्रवाहमान बनाए रखने के लिए बनाई जा रही है। इस 1650 करोड़ रुपये की परियोजना के तहत इंदौर से आने वाली कान्ह नदी के गंदे पानी को शिप्रा में मिलने से पहले डायवर्ट किया जाएगा। पानी को टनल और क्लोज डक्ट के जरिए 30 किलोमीटर दूर गंभीर नदी के डाउनस्ट्रीम में छोड़ा जाएगा। इस प्रक्रिया से शिप्रा का जल प्रदूषित नहीं होगा और नदी स्वच्छ बनी रहेगी।
इसके अलावा शिप्रा नदी को सालभर प्रवाहमान बनाए रखने के लिए सेवरखेड़ी-सिलारखेड़ी परियोजना पर भी काम चल रहा है। इसके तहत शिप्रा नदी पर सेवरखेड़ी के पास एक बैराज का निर्माण किया जा रहा है। यहां से पानी को लिफ्ट कर सिलारखेड़ी डेम में डाला जाएगा, जिससे शिप्रा नदी में वर्षभर स्वच्छ जल का प्रवाह बना रहेगा।
निरीक्षण के दौरान जल संसाधन मंत्री सिलावट के साथ प्रभारी मंत्री गौतम टेटवाल, नगर निगम सभापति कलावती यादव और विधायक सतीश मालवीय भी मौजूद रहे। उन्होंने सेवरखेड़ी डैम के निर्माण कार्यों का भी जायजा लिया और अधिकारियों को समय पर परियोजनाएं पूरी करने के निर्देश दिए।