कुरूद: सैद्धांतिक ज्ञान और व्यवहारिक कौशल की खाई को पाटने के उद्देश्य से विधायक अजय चंद्राकर की पहल पर नवगठित पॉलिटेक्निक कॉलेज, कुरूद का नगर पालिका अध्यक्ष ज्योति भानू चंद्राकर के मुख्य आतिथ्य में प्रथम सेमेस्टर की कक्षाओं का शुभारंभ कर दिया गया. शुक्रवार को एक सादे कार्यक्रम में प्राचार्य जीके साहू की अध्यक्षता में नवीन पालीटेक्निक कॉलेज का शुभारंभ करते हुए उपस्थित छात्र-छात्राओं से नपा अध्यक्ष चंद्राकर ने कहा कि आप प्रथम बैच का हिस्सा बनने जा रहे हैं, यह आपके लिए सौभाग्य और जिम्मेदारी दोनों है. शिक्षा केवल किताबों तक सीमित नहीं होती, यह हमें अनुशासन, जिम्मेदारी और राष्ट्र के प्रति कर्तव्यभाव भी सिखाती है.
उन्होंने कहा कि जिस उद्देश्य को लेकर हमारे नेता अजय चंद्राकर ने यह सौगात दिलाई है, उस तकनीक का सही उपयोग करना जरूरी है. मोबाइल फोन उन लोगों के लिए वरदान है, जो इसे अपने कार्य में लगाते हैं. लेकिन जिनके लिए यह आवश्यक नहीं, उनके लिए यह केवल समय बर्बादी का साधन बन जाता है. इसलिए तकनीक को साधन बनाएँ, बाधा नहीं.

सीमेंट टेक्नालॉजी समेत चार ट्रेडों में होगी पढ़ाई
स्वागत भाषण में प्राचार्य साहू ने कहा कि हमारा संस्थान अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (AICTE) से मान्यता प्राप्त है और यहां चार प्रमुख डिप्लोमा पाठ्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं. जिसमे सिमेंट टेक्नोलॉजी, बायोमेडिकल इंस्ट्रूमेंटेशन, माइनिंग एंड माइन सर्वेयिंग, कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग. इन पाठ्यक्रमों का उद्देश्य विद्यार्थियों को केवल डिग्री दिलाना नहीं, बल्कि उन्हें रोजगारोन्मुखी कौशल और समाज के प्रति जिम्मेदार नागरिक बनाना है. अनुशासन, परिश्रम और नवाचार को अपना आधार बनाइए, तभी आप तकनीकी दुनिया में सफल होंगे.
तकनीकी और औद्योगिक विकास का केंद्र बनेगा कुरुद
उपस्थित अभिवाहको ने कहा कि कुरूद में पॉलिटेक्निक कॉलेज का आरंभ न केवल विद्यार्थियों के लिए, बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए बड़ी उपलब्धि है. अब स्थानीय युवाओं को तकनीकी शिक्षा प्राप्त करने के लिए दूर शहरों में भटकना नहीं पड़ेगा. अभिभावकों ने भी इस नई शुरुआत पर प्रसन्नता जताई और आशा व्यक्त की कि यह संस्था आने वाले समय में कुरूद को तकनीकी शिक्षा और औद्योगिक विकास का केंद्र बनाएगी. यह अवसर केवल एक नई संस्था की शुरुआत नहीं, बल्कि ज्ञान, नवाचार और प्रगति की नई ज्योति प्रज्वलित होने का क्षण है. भले ही स्थायी भवन का निर्माण कार्य जारी है, लेकिन शिक्षा के इस नए अध्याय से पूरे क्षेत्र में उत्साह और गौरव का माहौल है.
इस अवसर पर ईश्वर लाल देशमुख (विभागाध्यक्ष–कंप्यूटर साइंस), चन्द्रेश कुमार देशमुख (विभागाध्यक्ष – इलेक्ट्रॉनिक्स), डॉ. निधि शुक्ला (व्याख्याता – केमिस्ट्री), प्रियंका भगत (व्याख्याता – कंप्यूटर साइंस), श्रद्धा तिवारी (व्याख्याता – इलेक्ट्रॉनिक्स), रश्मी स्वामी (व्याख्याता – इलेक्ट्रॉनिक्स), देवेंद्र कुमार और श् कारुन गजभिए सहित बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएँ, पालक और शिक्षकगण मौजूद थे.
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