जबलपुर: जिले के भेड़ाघाट और माढ़ोताल थाना क्षेत्रों में हुई दो सनसनीखेज वारदातों की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है. कलेक्शन एजेंट की आंख में मिर्च डालकर लाखों का बैग उड़ाने वाले और कंटगी बायपास पर मजदूर पर हमला करने वाले तीन शातिर बदमाश आखिरकार पुलिस के शिकंजे में आ गए. पकड़े गए आरोपियों से 64 हजार नगद, घटना में प्रयुक्त बाइक और मोबाइल फोन बरामद हुए हैं. गौरतलब है कि पहली वारदात माढ़ोताल 5 अगस्त की सुबह 25 वर्षीय संतोष मल्लाह मैहर दर्शन को जा रहा था.
कंटगी बायपास पर तीन बदमाशों ने उसकी बाइक रोकी, मोबाइल और बैग छीनने की कोशिश की. विरोध करने पर पेट में नुकीली चीज़ से वार कर उसे घायल कर भाग निकले. जिस पर प्रकरण दर्ज किया गया था. वहीं दूसरी वारदात भेड़ाघाट में 13 अगस्त को दर्ज हुई थी. जिसमें मर्ज भारत फाइनेंस कंपनी का कलेक्शन एजेंट विष्णु पाल 1.37 लाख की किश्त राशि लेकर लौट रहा था. बहदन-सिलुआ रोड पर बदमाशों ने उसकी बाइक रोकी. एक ने चाबी निकाली, दूसरे ने आंख में मिर्च डाली और तीसरे ने बैग छीन लिया. एजेंट को पीटकर आरोपी काले रंग की बाइक से भाग निकले. पीड़ित को पसलियों व सीने में गंभीर चोटें आईं.
वारदात की नियत से खड़े थेे बदमाश
घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए पुलिस कप्तान सम्पत उपाध्याय ने टीम गठित की. सीसीटीवी फुटेज और मुखबिरों की मदद से आरोपियों की पहचान हुई. 21 अगस्त को अंधुआ नहर पुलिया पर घेराबंदी कर तीन संदिग्धों को पकड़ा गया. जिन्होंने अपने नाम 29 वर्षीय विष्णु बर्मन निवासी सिलुआ, 22 वर्षीय रामजी चौधरी निवासी अमवाही दमोह और 22 वर्षीय अजय कोल उर्फ मरूआ निवासी सिलुआ पूछताछ में तीनों ने माढ़ोताल और भेड़ाघाट की वारदातें कबूल कीं.
योजना के तहत विष्णु ने बाइक और मिर्च पाउडर उपलब्ध कराया, जबकि रामजी और अजय ने एजेंट पर हमला कर बैग छीना. बाद में रकम आपस में बांट ली. पुलिस ने विष्णु से 30 हजार नकद, ओप्पो मोबाइल और बाइक, रामजी से 25 हजार नकद, मोबाइल और बैग और अजय से नौ हजार नकद बरामद करते हुए न्यायालय के समक्ष पेश किया जहां से उनको जेल भेज दिया.
इनकी रही सराहनीय भूमिका
वारदात का खुलासा करने में टीआई कमलेश चौरिया, एसआई राजकुमार तिवारी, एएसआई तेजराम सिंह, आरक्षक हरीश, हरी, अरविंद, केवल और अंकित की भूमिका अहम रही.