नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने घरेलू क्रिकेट के ढांचे में बड़ा बदलाव किया है। विजय हजारे ट्रॉफी 2025-26 समेत सभी डॉमेस्टिक वनडे टूर्नामेंट अब नए फॉर्मेट में खेले जाएंगे। BCCI ने एलिट और प्लेट ग्रुप सिस्टम लागू करने का फैसला किया है, जिसके तहत टीमों का प्रमोशन और रेलिगेशन भी बदले नियमों से होगा।
TOI की रिपोर्ट के अनुसार, अब सभी वनडे टूर्नामेंटों में चार एलिट और एक प्लेट ग्रुप बनाया जाएगा। प्लेट ग्रुप में सबसे निचले स्तर की 6 टीमें शामिल होंगी। पहले के नियमों के मुताबिक प्लेट ग्रुप से हर सीजन में 2 टीमें ऊपर जाती थीं और 2 टीमें नीचे आती थीं। अब नए नियम के तहत केवल 1 टीम ही प्रमोट या रेलिगेट होगी। यह बदलाव विजय हजारे ट्रॉफी, सीनियर महिला वनडे ट्रॉफी और अंडर-23 पुरुष स्टेट ए ट्रॉफी में लागू होगा।
BCCI ने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी और सीनियर महिला T20 ट्रॉफी में भी बदलाव किए हैं। पहले जहां इन टूर्नामेंटों में नॉकआउट स्टेज खेला जाता था, अब उसकी जगह सुपर लीग स्टेज होगा। इसके अलावा रणजी ट्रॉफी 2025-26 सीजन भी इसी एलिट और प्लेट फॉर्मेट में खेला जाएगा।
BCCI ने इन बदलावों के पीछे तर्क दिया कि इससे घरेलू क्रिकेट का स्तर और ऊंचा होगा। कमजोर और मजबूत टीमों के बीच प्रतिस्पर्धा संतुलित रहेगी और खिलाड़ियों को ज्यादा अवसर मिलेंगे। खासकर महिला क्रिकेट के तेजी से उभरने को देखते हुए यह बदलाव महिला क्रिकेट टूर्नामेंटों में भी लागू किए जा रहे हैं।
नया डॉमेस्टिक क्रिकेट सीजन 28 अगस्त से दलीप ट्रॉफी के साथ शुरू हो रहा है, जबकि इसका समापन 3 अप्रैल 2026 को सीनियर महिला वनडे ट्रॉफी के साथ होगा। पहले दिन नॉर्थ जोन और ईस्ट जोन के बीच मुकाबला होगा, जबकि दूसरा मैच सेंट्रल जोन और नॉर्थ-ईस्ट जोन के बीच खेला जाएगा।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम घरेलू क्रिकेट की प्रतिस्पर्धा को और बढ़ाएगा और भारतीय टीम के लिए ज्यादा प्रतिभाशाली खिलाड़ी तैयार होंगे। टीम इंडिया को 2026 में कई अहम वनडे सीरीज खेलनी हैं और BCCI का यह फैसला खिलाड़ियों के लिए बड़ा मौका साबित हो सकता है।