सिद्धार्थनगर: शनिवार को थाना शोहरतगढ़ क्षेत्र के करहिया टोला गुजरौलिया स्थित सघन सहकारी समिति पर खाद लेने पहुंचे किसानों पर पुलिस ने अचानक लाठीचार्ज कर दिया. सुबह से ही करीब 200 किसान यूरिया और डीएपी लेने लाइन में खड़े थे. तेज धूप में घंटों इंतजार कर रहे किसानों को पुलिस के डंडों और थप्पड़ों का सामना करना पड़ा.
घटना में कई किसान घायल हुए. भगदड़ मचने से अफरा-तफरी का माहौल बन गया. घायलों के हाथ-पैर और सिर पर चोटें आईं. प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर लोगों को अस्पताल ले जाया गया.
किसानों का दर्द. बोले- अपराधियों जैसा व्यवहार किया गया
किसानों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने स्थिति संभालने की बजाय सीधे लाठीचार्ज कर दिया. किसान अशरफ ने बताया- “मैं सुबह ही खाद लेने पहुंचा था. नंबर आने पर सचिव ने बुलाया. मेरा आधार कार्ड गेट पर गिर गया. जैसे ही लेने लौटा, पुलिस ने मुझे थप्पड़ मारा. इसके बाद लाठियों से पीटना शुरू कर दिया. वहां कई किसानों को बुरी तरह पीटा गया.”
किसान अजय चौरसिया ने कहा-
“हम सब लाइन में शांति से खड़े थे. तभी पुलिस ने अचानक डंडे बरसाने शुरू कर दिए. मुझे भी मारने की कोशिश हुई लेकिन मैं किसी तरह बच निकला. किसानों पर लाठीचार्ज का कोई कारण नहीं था.”
किसानों ने चेतावनी दी है कि यदि दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई नहीं हुई तो वे आंदोलन करेंगे. उनका कहना है कि जब भी खाद वितरण में गड़बड़ी होती है तो अधिकारियों और माफियाओं पर कार्रवाई करने के बजाय पुलिस किसानों पर ही सख्ती करती है.
पुलिस का पक्ष
थानाध्यक्ष शोहरतगढ़ बिंदेश्वरी मणि त्रिपाठी ने कहा- “मामले की विस्तृत जानकारी नहीं है. यदि ऐसी घटना हुई है तो हजारों की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने बल प्रयोग किया होगा.”
किसानों की नाराजगी बढ़ी
स्थानीय लोगों का कहना है कि खाद वितरण की व्यवस्था पहले से ही अव्यवस्थित है. कई बार घंटों लाइन में खड़े होने के बावजूद खाद नहीं मिल पाता. अब पुलिस की सख्ती ने किसानों की परेशानी और बढ़ा दी है.
घटना के बाद किसानों और ग्रामीणों ने प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की. उनका कहना था कि असल गड़बड़ी खाद वितरण में है लेकिन कार्रवाई हमेशा गरीब किसानों पर ही होती है.