विपक्ष भ्रष्टाचारी और जुआरियों के साथ… सुधांशु त्रिवेदी का बड़ा हमला

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने विपक्ष पर 130वें संविधान संशोधन बिल और गेमिंग ऐप बिल का समर्थन नहीं करने को लेकर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि संसद का सत्र समाप्त हो गया लेकिन विपक्ष ने इन दोनों अहम बिलों का समर्थन नहीं किया, जिससे साफ है कि विपक्ष भ्रष्टाचारियों और जुआरियों के साथ खड़ा है।

सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि 130वें संशोधन बिल का उद्देश्य भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाना था। इस बिल के अनुसार, अगर कोई मंत्री, मुख्यमंत्री या प्रधानमंत्री 30 दिनों तक पुलिस हिरासत में रहता है तो उसे 31वें दिन पद छोड़ना होगा। विपक्ष ने इसका विरोध किया, जबकि यह कानून स्पष्ट रूप से जवाबदेही और पारदर्शिता बढ़ाने वाला था।

उन्होंने विपक्षी दलों पर आरोप लगाया कि वे भ्रष्टाचारियों को बचाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने ADR की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि सबसे ज्यादा केस रेवंत रेड्डी और स्टालिन पर हैं। ऐसे नेताओं को बचाने की छटपटाहट विपक्ष में साफ झलक रही है।

बीजेपी प्रवक्ता ने राहुल गांधी और तेजस्वी यादव को भी कटघरे में खड़ा किया। उन्होंने कहा कि रेवंत रेड्डी और स्टालिन ने बिहार के लोगों का अपमान किया था, लेकिन राहुल और तेजस्वी ने इस पर चुप्पी साध रखी है। यह विपक्ष की मानसिकता को दिखाता है।

सुधांशु त्रिवेदी ने यह भी कहा कि विपक्ष के नेता मस्जिद और मंदिर जाने के मुद्दे पर भी राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर राहुल गांधी ने मंदिर जाने का कार्यक्रम क्यों टाल दिया।

बीजेपी नेता ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार ने यह तय किया है कि कानून से ऊपर कोई नहीं होगा। इंदिरा गांधी ने प्रधानमंत्री को केस से बचाने का रास्ता खोला था, लेकिन मोदी सरकार ने यह साफ कर दिया है कि प्रधानमंत्री पर भी केस चल सकता है।

उन्होंने कांग्रेस और इंडी गठबंधन से मांग की कि वे भ्रष्टाचार और अपराध पर अपनी स्पष्ट नीति सामने रखें। त्रिवेदी का कहना है कि जनता सब देख रही है और बिहार समेत पूरे देश में लोग समझ चुके हैं कि विपक्ष किनके साथ खड़ा है।

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